अलीगढ़ के कसीसो निवासी पंकज शर्मा इस महाशिवरात्रि पर भी अपनी परंपरा निभाने के लिए निकल पड़े हैं। वे पिछले 10 वर्षों से नरौरा रामघाट से गंगाजल भरकर पैदल यात्रा करते हुए महादेव के मंदिर में जल अर्पित कर रहे हैं। इस बार उन्होंने 161 लीटर गंगाजल से भरी कांवड़ उठाने का संकल्प लिया है। उनके साथ इलाके के 17 अन्य शिवभक्त भी इस धार्मिक यात्रा में शामिल हैं, जो भारी कांवड़ लेकर चल रहे हैं।
हर-हर महादेव के जयकारों से गूंजा मार्ग
शनिवार को जब पंकज शर्मा अपनी टोली के साथ रामघाट रोड से गुजरे, तो सड़क किनारे खड़े भक्तों ने हर-हर महादेव और बम-बम भोले के जयकारे लगाए। श्रद्धालुओं ने फूल बरसाकर स्वागत किया और इस कठिन संकल्प के प्रति सम्मान प्रकट किया। पंकज शर्मा और उनकी टीम ने 15 फरवरी को नरौरा रामघाट से कांवड़ उठाई और 26 फरवरी, महाशिवरात्रि के दिन खैर के कसीसो स्थित महादेव मंदिर में गंगाजल अर्पित करेंगे। इस दौरान वे 121 किलोमीटर की पदयात्रा पूरी करेंगे।
श्रद्धा को प्रतियोगिता नहीं बनाना चाहते पंकज
पिछले वर्षों में 121 किलो, 151 किलो और 161 किलो की कांवड़ उठा चुके पंकज शर्मा इस बार कांवड़ के वजन का प्रदर्शन नहीं कर रहे। उनका मानना है कि भक्ति को प्रतियोगिता नहीं बनाना चाहिए। यह यात्रा भोलेनाथ की कृपा पाने के लिए है, न कि किसी को प्रभावित करने के लिए।
कुंभ स्नान से बढ़ी आस्था
कांवड़ यात्रा से पहले पंकज शर्मा ने हाल ही में कुंभ स्नान किया, जिससे उनकी भक्ति और अधिक दृढ़ हो गई। उन्होंने कुंभ में की गई व्यवस्थाओं की सराहना करते हुए कहा कि यह एक दिव्य अनुभव था।
भक्ति, संकल्प और श्रद्धा की मिसाल
पंकज शर्मा और उनकी टोली के समर्पण को देखकर क्षेत्र के लोग भाव-विभोर हो रहे हैं। उनका यह अनूठा प्रयास धार्मिक आस्था को और अधिक मजबूत कर रहा है। उनकी यह यात्रा केवल गंगाजल अर्पण करने की नहीं, बल्कि श्रद्धा, संकल्प और भक्ति की मिसाल है।