प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय अमेरिका दौरे पर हैं, जहां उन्होंने व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात की। इस बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने व्यापार, सुरक्षा और वैश्विक सहयोग सहित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की।
संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में पीएम मोदी ने घोषणा की कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापार अगले 5 वर्षों में दोगुना होगा। उन्होंने बताया कि दोनों देशों ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
इस महत्वपूर्ण बैठक में विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल भी शामिल रहे।
भारत-अमेरिका के बीच निवेश और व्यापार में होगी बढ़ोतरी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका जल्द ही एक व्यापक व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने की दिशा में काम करेंगे, जिससे दोनों देशों को आपसी लाभ मिलेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत की ऊर्जा सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए तेल और गैस व्यापार को मजबूत किया जाएगा, जिससे ऊर्जा बुनियादी ढांचे में निवेश बढ़ेगा।
रक्षा सहयोग और तकनीकी उन्नति
पीएम मोदी ने यह भी उल्लेख किया कि अमेरिका भारत की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। रणनीतिक और विश्वसनीय साझेदारों के रूप में, दोनों देश संयुक्त विकास, उत्पादन और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। अत्याधुनिक तकनीक और नए रक्षा उपकरण भारत की सैन्य क्षमताओं को और मजबूत करेंगे।
रिपोर्ट के अनुसार, भारत अमेरिका का दूसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है। अप्रैल-नवंबर 2024 के बीच दोनों देशों के बीच 82.53 अरब डॉलर का व्यापार हुआ। अमेरिका ने भारत से 52.89 अरब डॉलर का आयात किया, जो भारत के कुल निर्यात का 18.6% है। यह व्यापारिक संबंध आने वाले वर्षों में और मजबूत होने की उम्मीद है।
ट्रंप के कार्यकाल में भारत-अमेरिका व्यापार में हुआ था इजाफा
जनवरी 2017 से जनवरी 2021 के बीच, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल के दौरान अमेरिका को भारत का निर्यात 22% बढ़ा था। उनके नेतृत्व में दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंध मजबूत हुए। अब, यदि ट्रंप फिर से सत्ता में आते हैं, तो माना जा रहा है कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक सहयोग और अधिक बढ़ेगा, जिससे द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को नया आयाम मिलेगा।