पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना ने पाकिस्तान को उसके घर में घुसकर जवाब दिया और साथ ही उसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी बेनकाब किया। ऑपरेशन सिंदूर के तहत सेना ने पाक अधिकृत इलाकों में स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए उन्हें पूरी तरह तबाह कर दिया। जैसे ही पाकिस्तानी सेना आतंकवादियों की मदद के लिए आगे बढ़ी, भारतीय सेना ने उन्हें करारा जवाब देते हुए कई पाक सैन्य शिविरों को नेस्तनाबूद कर दिया। भारतीय वायुसेना ने भी पाकिस्तान के एयरबेस पर सटीक हमले कर उन्हें गंभीर नुकसान पहुंचाया।
भारत की इस निर्णायक कार्रवाई ने पाकिस्तान को गहरे झटके में डाल दिया है, जिसे वह शायद आने वाले कई दशकों तक न भूले। अब सवाल यह है कि देश की जनता इस कार्रवाई को लेकर क्या सोचती है? इसको लेकर सी-वोटर ने एक सर्वे किया, जिसे इंडिया टुडे ने प्रकाशित किया। यह सर्वे 10, 11 और 12 मई को फोन पर किया गया था।
सवाल: क्या मोदी सरकार की कार्रवाई से संतुष्ट हैं लोग?
इस सवाल पर 68.1% लोगों ने ‘हां’ में जवाब दिया, यानी वे सरकार के एक्शन से संतुष्ट हैं। वहीं, 5.3% लोगों ने असंतोष जताया, जबकि 15.3% लोगों ने इस पर कोई राय नहीं दी। जब सीजफायर के मुद्दे पर सवाल पूछा गया, तो 63.3% लोग सीजफायर से संतुष्ट दिखे, जबकि 10.2% ने इसका विरोध किया। 17.3% लोगों ने कोई जवाब नहीं दिया।
सवाल: भारत का सबसे बड़ा दुश्मन कौन—चीन या पाकिस्तान?
सीजफायर से पहले 47.4% लोगों ने चीन को भारत का सबसे बड़ा दुश्मन बताया, जबकि 27.7% ने पाकिस्तान को। वहीं, 12.2% ने दोनों को समान रूप से खतरा माना। सीजफायर के बाद यह आंकड़ा थोड़ा बदला: 51.8% लोगों ने चीन को और 19.6% ने पाकिस्तान को मुख्य दुश्मन माना, जबकि 20.7% ने दोनों को भारत के लिए खतरा माना।
सवाल: भारतीय सैन्य क्षमता पर भरोसा कितना है?
सीजफायर से पहले 91.1% लोगों ने कहा कि उन्हें भारतीय सेना पर पूरा भरोसा है। 6.1% ने "कुछ हद तक" भरोसे की बात कही और 1% ने भरोसा न होने की बात मानी। सीजफायर के बाद यह विश्वास और मजबूत हुआ—92.9% लोगों ने सेना पर पूरा भरोसा जताया, 3.4% ने कुछ हद तक भरोसा बताया और सिर्फ 0.7% ने कहा कि उन्हें भरोसा नहीं है।