नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो से टेलीफोन पर बातचीत की। इस बातचीत में जयशंकर ने स्पष्ट रूप से कहा कि भारत सीमा पार से हो रहे आतंकी हमलों और उकसावे को बर्दाश्त नहीं करेगा और हर आक्रामक प्रयास का सख़्त और निर्णायक जवाब देगा।
यह वार्ता ऐसे समय पर हुई है जब पाकिस्तान की ओर से भारतीय सीमा में मिसाइलों और ड्रोन के ज़रिये हमले किए गए। जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के कई शहरों को निशाना बनाते हुए पाकिस्तान ने आठ मिसाइलें और कई ड्रोन दागे, जिन्हें भारत की एयर डिफेंस यूनिट ने सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया। हालांकि एक ड्रोन जम्मू एयरपोर्ट से टकराया, जिससे कुछ क्षेत्रों में अफरातफरी की स्थिति बन गई।
भारत की जवाबी कार्रवाई: ऑपरेशन सिंदूर की निरंतरता
पाकिस्तानी हमलों के कुछ घंटों बाद ही भारत ने त्वरित जवाबी कार्रवाई करते हुए सीमापार कई आतंकी ठिकानों पर मिसाइलें दागीं। भारतीय सेना और वायुसेना ने सतह से हवा में मार करने वाली अत्याधुनिक मिसाइल प्रणालियों जैसे आकाश, MRSAM, और Zu-23 की तैनाती कर दी है। इन हमलों में पाकिस्तान के तीन फाइटर जेट — दो JF-17 और एक F-16 — को मार गिराने का दावा किया गया है, जो इस टकराव में पाकिस्तान के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।
सेना की ओर से जारी बयान में बताया गया कि जम्मू, पठानकोट और उधमपुर के सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया था, लेकिन भारत ने सभी हमलों को समय रहते निष्क्रिय कर दिया। फिलहाल इन इलाकों में हाई अलर्ट जारी है।
कूटनीतिक संवाद: अमेरिका का "तनाव कम करने" पर ज़ोर
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने एस जयशंकर और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ दोनों से संपर्क किया और भारत-पाकिस्तान के बीच त्वरित तनाव कम करने की अपील की। अमेरिका ने दोनों देशों को सीधे संवाद बनाए रखने और किसी भी प्रकार के सैन्य टकराव से बचने की सलाह दी।
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने बयान में कहा, "विदेश मंत्री रुबियो ने भारत और पाकिस्तान दोनों से बात की। उन्होंने स्पष्ट किया कि अमेरिका क्षेत्र में स्थिरता चाहता है और आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ काम करता रहेगा।"
जयशंकर का बयान: "हम संयमित लेकिन निर्णायक रहेंगे"
बातचीत के बाद विदेश मंत्री जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा:
"आज अमेरिकी विदेश मंत्री @SecRubio से बातचीत हुई। आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका की प्रतिबद्धता के लिए उनका आभार। भारत की लक्षित और संयमित प्रतिक्रिया को रेखांकित किया। हर उकसावे का भारत सख्ती से जवाब देगा।"
पाकिस्तान की ओर से दावे और ब्लैकआउट की स्थिति
पाकिस्तान की ओर से दावा किया गया है कि भारत के 12 ड्रोन उसके विभिन्न शहरों के पास गिरे, जिनमें गुंजरावाला, चकवाल, बहावलपुर, मिआनो, कराची, छोर, रावलपिंडी, और अटॉक शामिल हैं। साथ ही लाहौर के पास एक ड्रोन गिरने की पुष्टि खुद पाकिस्तान ने की है।
भारत की जवाबी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान के कई शहरों में ब्लैकआउट की स्थिति है। राजस्थान, जम्मू-कश्मीर, पंजाब और हिमाचल प्रदेश के कुछ भारतीय हिस्सों में भी सतर्कता के चलते बिजली बंद की गई है।
तनावपूर्ण हालात, लेकिन भारत की स्पष्ट नीति
भारत ने इस पूरी स्थिति में एक स्पष्ट रुख अपनाया है: आतंकवाद और हमले बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे। भारत संयम बनाए रखेगा, लेकिन यदि कोई देश उकसावे की नीति अपनाएगा, तो उसे सशक्त जवाब मिलेगा। विदेश मंत्री जयशंकर का दो-टूक संदेश और सेना की त्वरित कार्रवाई इस नीति का स्पष्ट संकेत हैं।