भारत के विभिन्न राज्यों में ब्लैक फंगस तेजी से पांव पसार रहा है। कोरोना के मरीजों में ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों को देखते हुए हरियाणा, मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, यूपी, पंजाब, गुजरात, तमिलनाडु, राजस्थान, ओडिशा, बिहार, चंडीगढ़, उत्तराखंड, तेलांगना समेत करीब 14 राज्यों में इस बीमारी को महामारी घोषित कर दिया गया है। महामारी घोषित करने के बाद अब इन राज्यों को केस, इलाज, दवा और बीमारी से होने वाली मौत का हिसाब रखना होता है। साथ ही सभी मामलों की रिपोर्ट चीफ मेडिकल ऑफिसर को देनी होती है। इसके अलावा केंद्र सरकार और भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद यानी आईसीएमआर की गाइडलाइंस का पालन करना होता है।
After a detailed review of rising no. of cases of #Mucormycosis in various states, a total of 23680 additional vials of #Amphotericin- B have been allocated to all States/UTs today.
— Sadananda Gowda (@DVSadanandGowda) May 22, 2021
The Allocation has been made based on total no. of patients which is approx. 8848 across country. pic.twitter.com/JPsdEHuz0W
किस राज्य में कितने मरीज
राज्य - मरीज
गुजरात - 2281
महाराष्ट्र - 2000
आंध्र प्रदेश - 910
मध्यप्रदेश - 720
राजस्थान - 700
कर्नाटक - 500
दिल्ली - 197
यूपी - 124
तेलंगाना - 350
हरियाणा - 250
पश्चिम बंगाल - 6 (शनिवार को एक मरीज की मौत)
बिहार - 56
बीमारी में बढ़ोतरी के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि ब्लैक फंगस से उत्पन्न होने वाले रोग म्यूकरमाइकोसिस के उपचार में काम आने वाली दवा ‘एंफोटेरिसिन-बी’ के उत्पादन के लिए पांच और कंपनियों को लाइसेंस दिया गया है और वे जुलाई से हर महीने इस दवा की 1,11,000 शीशियों का उत्पादन शुरू करेंगी।
केंद्र ने म्यूकरमाइकोसिस के प्रसार को चिंता का कारण बताते हुए सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को सलाह दी है कि वे फंगस संक्रमण को रोकने की अपनी तैयारियों और अस्पतालों में उपचार और स्वच्छता की समीक्षा करें।