कांवड़ यात्रा मार्गों पर सभी खाद्य दुकानों पर मालिकों का 'नाम' प्रदर्शित करना होगा: सीएम योगी, कार्रवाई की चेतावनी दी
By: Rajesh Bhagtani Fri, 19 July 2024 1:27:16
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कांवड़ यात्रा मार्ग पर स्थित सभी भोजनालयों को अपने मालिकों के नाम प्रदर्शित करने का आदेश दिया। यह निर्णय मुजफ्फरनगर में उत्तर प्रदेश की पुलिस द्वारा विपक्षी दलों की तीखी प्रतिक्रिया के बाद अपने आदेश को वापस लेने के एक दिन बाद आया है, जिसमें भोजनालयों के लिए मालिकों के नाम प्रदर्शित करना "स्वैच्छिक" बना दिया गया था। निर्देश के अनुसार, प्रत्येक खाद्य दुकान या ठेले के मालिक को बोर्ड पर मालिक का नाम लिखना होगा। हलाल प्रमाणपत्र वाले उत्पाद बेचने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांवड़ यात्रियों की पवित्रता को बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया है। अब हर खाने-पीने की जगह, चाहे वह रेस्टोरेंट हो, सड़क किनारे ढाबा हो या फिर खाने-पीने का ठेला हो, उसे मालिक का नाम दिखाना होगा।
इससे पहले मुजफ्फरनगर पुलिस ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर स्थित सभी भोजनालयों को अपने मालिकों के नाम प्रदर्शित करने का आदेश दिया था ताकि किसी भी "भ्रम" से बचा जा सके। एक दिन बाद योगी आदित्यनाथ सरकार ने पूरे राज्य में यही आदेश दिया।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने सरकार के इस कदम को "अव्यवहारिक" बताया और इसे तुरंत वापस लेने को कहा। उन्होंने कहा, "यह बिल्कुल अव्यवहारिक है। वे समाज में भाईचारे की भावना को खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं, लोगों के बीच दूरियां पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। इसे तुरंत रद्द किया जाना चाहिए।"
समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद डॉ. एसटी हसन ने आरोप लगाया कि सरकार हिंदुओं को "मुसलमानों का बहिष्कार" करने का आह्वान करने का प्रयास कर रही है, जिससे दोनों समुदायों के बीच खाई पैदा होगी।
उन्होंने कहा, "मुसलमानों का बहिष्कार करने और हिंदुओं की दुकानों पर जाने का संदेश दिया जा रहा है...यह सांप्रदायिक सोच कब तक चलेगी? यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इस तरह की घटनाएं हो रही हैं...दोनों समुदायों के बीच खाई पैदा की जा रही है। इस तरह के आदेशों को रद्द किया जाना चाहिए।"
राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने कहा कि कांवड़ यात्रा मार्गों पर हिंदू देवी-देवताओं के नाम वाली दुकानें हैं, जिन पर नॉनवेज खाना बिकता है। इन दुकानों को "ज्यादातर मुस्लिम समुदाय के लोग चलाते हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि यह सामाजिक सौहार्द का मामला है और विपक्ष इसे "हिंदू-मुस्लिम" का रंग दे रहा है।
#WATCH | Lucknow: On food shops on the Kanwar routes across Uttar Pradesh asked to put up nameplates, state Congress chief Ajay Rai says, This is absolutely impractical. They are trying to impair the sense of brotherhood in society, trying to create distance among people. This… pic.twitter.com/GAIs7P1Ce0
— ANI (@ANI) July 19, 2024
उन्होंने कहा, "यह हर ठेले का मामला नहीं है। हरिद्वार से जल लेकर आने वाले और 250-300 किलोमीटर का सफर तय करने वाले लोग इसी रास्ते से अपने गंतव्य तक पहुंचते हैं। हमने जिला प्रशासन से आग्रह किया था कि हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर ढाबा/होटल चलाने वाले ऐसे सभी लोग ज्यादातर मुस्लिम समुदाय से हैं। कांवड़िए उनकी दुकानों पर जाते हैं, जहां नॉनवेज बिकता है। इसलिए दुकान का नाम हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर है, लेकिन वहां नॉनवेज बिकता है - ऐसे सभी प्रतिष्ठानों पर रोक लगनी चाहिए, उनकी पहचान होनी चाहिए। हमें नॉनवेज की बिक्री पर कोई आपत्ति नहीं है, कांवड़िए इसे नहीं खरीदेंगे...हमने सिर्फ आग्रह किया था कि हिंदू देवी-देवताओं के नाम पर दुकानें खोलकर नॉनवेज न बेचा जाए। इसलिए प्रशासन ने उसी के अनुसार काम किया है। राजनेता इसे हिंदू-मुस्लिम एंगल दे रहे हैं। लेकिन यह हिंदू-मुस्लिम मामला नहीं है, यह सामाजिक सौहार्द का मामला है। लोग जहां चाहें बैठकर खा सकते हैं, लेकिन उन्हें पता होना चाहिए कि वे कहां बैठे हैं..."
#WATCH | Moradabad, Uttar Pradesh: On the UP Police asking roadside eateries along the Kanwar Yatra route in Muzaffarnagar to display the names of owners, former Samajwadi Party MP Dr. ST Hasan says,...A message is being given to boycott Muslims and visit shops of Hindu...How… pic.twitter.com/FBJY0sftV2
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 19, 2024