अगर आप चाहते हैं कि आपका रिश्ता मजबूत बना रहे और ब्रेकअप की नौबत न आए, तो आपको अपनी कुछ आदतों पर ध्यान देने की जरूरत है। कई बार हमें यह एहसास भी नहीं होता कि हमारी ही कुछ गलतियां धीरे-धीरे रिश्ते को कमजोर कर रही हैं। अगर समय रहते इन आदतों को नहीं बदला गया, तो रिश्ता खत्म होने की कगार पर पहुंच सकता है। आइए जानते हैं वे आदतें जो आपके रिश्ते के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती हैं और इन्हें सुधारने के तरीके।
जरूरत से ज्यादा रोक-टोक लगाने की आदत
अगर आप अपने पार्टनर के हर काम में जरूरत से ज्यादा दखल देते हैं और उनकी हर गतिविधि पर नजर रखते हैं, तो यह आदत रिश्ते में घुटन पैदा कर सकती है। हर इंसान को अपने जीवन में कुछ पर्सनल स्पेस की जरूरत होती है, और जब यह स्पेस खत्म होने लगता है, तो रिश्ते में तनाव बढ़ जाता है। अपने पार्टनर पर जरूरत से ज्यादा पाबंदियां लगाना, उनके दोस्तों के साथ मिलने-जुलने से रोकना, या उनके फैसलों में बेवजह दखल देना रिश्ते को खराब कर सकता है। बेहतर होगा कि आप अपने पार्टनर पर विश्वास करें और उन्हें स्वतंत्रता दें, ताकि वे रिश्ते में सहज महसूस कर सकें।
बेवजह शक करने की आदत
रिश्ते की नींव भरोसे पर टिकी होती है, और अगर इस भरोसे में शक की दीवार खड़ी हो जाए, तो रिश्ता ज्यादा समय तक नहीं टिक सकता। अगर आप अपने पार्टनर की हर गतिविधि पर शक करते हैं, उनकी कॉल्स चेक करते हैं, सोशल मीडिया पर नजर रखते हैं, या उनके दोस्तों से जलन महसूस करते हैं, तो यह आदत आपके रिश्ते के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। शक करने से पार्टनर को यह महसूस होने लगता है कि आप उन पर भरोसा नहीं करते, जिससे रिश्ते में दरार आ सकती है। अगर आपको अपने पार्टनर की किसी बात पर संदेह होता है, तो खुलकर बातचीत करें और चीजों को स्पष्ट करने की कोशिश करें।
पार्टनर के परिवार का सम्मान न करना
रिश्ते में सिर्फ दो लोग ही नहीं होते, बल्कि उनके परिवार भी जुड़े होते हैं। अगर आप अपने पार्टनर के परिवार का सम्मान नहीं करते या उनकी बुराई करते हैं, तो यह आपके रिश्ते पर नकारात्मक असर डाल सकता है। कई बार लोग अपने पार्टनर के परिवार से जुड़ी शिकायतें करने लगते हैं या उन्हें नीचा दिखाने की कोशिश करते हैं, जिससे पार्टनर को दुख पहुंचता है। यह जरूरी है कि आप न सिर्फ अपने पार्टनर बल्कि उनके परिवार का भी सम्मान करें और सकारात्मक माहौल बनाए रखें।
अपने झगड़ों को दूसरों से डिस्कस करना
हर रिश्ते में कभी न कभी मतभेद होते हैं, लेकिन इन मतभेदों को सुलझाने के लिए सही तरीका अपनाना बेहद जरूरी है। कई लोग झगड़े के बाद अपने दोस्तों, परिवार या करीबी लोगों से इस बारे में चर्चा करने लगते हैं, जिससे समस्या सुलझने के बजाय और बढ़ जाती है। रिश्ते की समस्याओं को बाहरी लोगों से साझा करने से पार्टनर को यह महसूस हो सकता है कि आप उनकी प्राइवेसी का सम्मान नहीं कर रहे हैं। इसलिए किसी भी झगड़े को सुलझाने के लिए सीधे अपने पार्टनर से बात करें और खुलकर अपनी भावनाएं व्यक्त करें।
जरूरत से ज्यादा ईगो रखना
अगर किसी भी रिश्ते में ईगो आ जाए, तो वह लंबे समय तक नहीं टिक सकता। झगड़े के बाद कोई भी पार्टनर झुकने को तैयार न हो, तो यह स्थिति रिश्ते को धीरे-धीरे खत्म कर सकती है। यह जरूरी है कि आप अपने रिश्ते की अहमियत को समझें और अपने ईगो को एक तरफ रखकर सुलह करने की कोशिश करें। हर बार बहस जीतने की कोशिश करने से बेहतर है कि आप अपने रिश्ते को बचाने पर ध्यान दें और कभी-कभी खुद पहल करके बातचीत को सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ाएं।
बातचीत की कमी
अच्छे रिश्ते की बुनियाद सही और खुली बातचीत पर टिकी होती है। अगर आप अपने पार्टनर से खुलकर बातचीत नहीं करते या अपनी भावनाओं को दबा लेते हैं, तो इससे आपके रिश्ते में गलतफहमियां बढ़ सकती हैं। बातचीत की कमी से दूरी पैदा होती है, जिससे धीरे-धीरे रिश्ते में ठंडापन आ जाता है। बेहतर होगा कि आप अपने पार्टनर से नियमित रूप से बात करें, उनके साथ अपने विचार साझा करें और उनकी भावनाओं को भी समझने की कोशिश करें।
हर चीज की तुलना करना
अगर आप अपने रिश्ते की तुलना दूसरों से करते हैं और अपने पार्टनर को किसी और से बेहतर बनने के लिए कहते हैं, तो यह रिश्ते के लिए नुकसानदायक हो सकता है। हर इंसान अलग होता है और हर रिश्ता अपनी अलग विशेषताओं के साथ आता है। सोशल मीडिया पर दिखने वाली परफेक्ट जोड़ी की तस्वीरें देखकर अपने रिश्ते को कमतर समझना गलत होगा। अपने रिश्ते को स्वीकार करें और उसमें सुधार लाने की कोशिश करें, न कि बाहरी दिखावे की वजह से खुद को या अपने पार्टनर को कमतर समझें।