भारत में कई प्रसिद्ध मंदिर हैं, जिनमें देवी मां के अनेक प्राचीन और चमत्कारी मंदिर शामिल हैं। इनमें से कुछ उत्तर प्रदेश में स्थित हैं, जो आध्यात्मिकता और भक्ति का प्रमुख केंद्र माने जाते हैं। शक्तिपीठों और सिद्ध स्थानों की पवित्रता से ओत-प्रोत ये मंदिर भक्तों के आस्था के केंद्र बने हुए हैं। मान्यता है कि इन मंदिरों में की गई पूजा-अर्चना से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। नवरात्रि और अन्य पावन अवसरों पर यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है, जो देवी मां के दिव्य आशीर्वाद की प्राप्ति के लिए देश-विदेश से आते हैं। यदि आप भी नवरात्रि के दौरान देवी मां के विशेष मंदिरों के दर्शन करना चाहते हैं, तो यूपी के इन प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में जानना जरूरी है।
# चंद्रिका देवी मंदिर, लखनऊ
लखनऊ के सबसे पुराने और प्रतिष्ठित मंदिरों में से एक, चंद्रिका देवी मंदिर खंतवाड़ा में स्थित है। यह मंदिर देवी चंद्रिका को समर्पित है, जिन्हें शक्ति स्वरूपा माना जाता है। माना जाता है कि इस मंदिर में देवी मां की पूजा-अर्चना करने से भक्तों को विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है। मंदिर का शांत और पवित्र वातावरण श्रद्धालुओं को मानसिक शांति प्रदान करता है। नवरात्रि के दौरान यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। मंदिर के पास कई धार्मिक अनुष्ठान और भजन-कीर्तन भी होते हैं, जो इसे एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक स्थल बनाते हैं।
# विंध्यवासिनी मंदिर, मिर्जापुर
विंध्यवासिनी देवी मंदिर मिर्जापुर से लगभग 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और पवित्र गंगा नदी के किनारे बसा हुआ है। यह मंदिर देवी दुर्गा को समर्पित है, जिन्हें महामाया के रूप में पूजा जाता है। मान्यता है कि देवी विंध्यवासिनी अपने भक्तों की हर मनोकामना पूरी करती हैं। मंदिर का ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व इसे भारत के प्रमुख शक्तिपीठों में शामिल करता है। नवरात्रि और अन्य धार्मिक अवसरों पर यहां लाखों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
# मां विशालाक्षी मंदिर, वाराणसी
मां विशालाक्षी मंदिर को 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। यह वाराणसी के मणिकर्णिका घाट पर स्थित है और इसे अत्यंत शक्तिशाली तीर्थ स्थल माना जाता है। देवी सती के शरीर के विभिन्न अंग जहां-जहां गिरे, वे स्थान शक्तिपीठ कहलाए, और इसी कड़ी में मां विशालाक्षी मंदिर की स्थापना हुई। भक्त मानते हैं कि यहां दर्शन करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। इस मंदिर में दर्शन के लिए हर दिन हजारों श्रद्धालु आते हैं।
# शीतला देवी मंदिर, वाराणसी
वाराणसी के मेहंदीगंज क्षेत्र में स्थित शीतला देवी मंदिर देवी शीतला को समर्पित है। मान्यता है कि देवी शीतला बीमारियों को ठीक करने की शक्ति रखती हैं और भक्तों को रोगमुक्त जीवन का आशीर्वाद देती हैं। विशेष रूप से चेचक और त्वचा रोगों से मुक्ति के लिए लोग यहां दर्शन करने आते हैं। मंदिर का वातावरण अत्यंत शांत और भक्तिमय होता है, और यहां नियमित रूप से पूजा-पाठ एवं धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किए जाते हैं। नवरात्रि और अन्य प्रमुख पर्वों के दौरान यहां भक्तों की भारी भीड़ रहती है।
# मां शाकंभरी देवी मंदिर, सहारनपुर
उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में स्थित मां शाकंभरी देवी मंदिर देवी दुर्गा के अवतार, देवी शाकंभरी को समर्पित है। यह मंदिर शिवालिक पहाड़ियों के बीच जसमौर गांव में स्थित है और श्रद्धालुओं की गहरी आस्था का केंद्र है। मान्यता है कि देवी शाकंभरी ने अपने भक्तों को अन्न और जल प्रदान करके उनकी रक्षा की थी। मंदिर के अंदरूनी हिस्से में देवी की भव्य मूर्ति स्थापित है, जो भक्तों के बीच अत्यंत पूजनीय मानी जाती है। हर साल चैत्र और शारदीय नवरात्रों में यहां विशेष आयोजन होते हैं, जिसमें हजारों भक्त माता के दर्शन करने आते हैं।
कैसे पहुंचे इन मंदिरों तक?
उत्तर प्रदेश के इन प्रमुख देवी मंदिरों तक पहुंचने के लिए अच्छी परिवहन सुविधाएं उपलब्ध हैं।
- लखनऊ के चंद्रिका देवी मंदिर तक पहुंचने के लिए आपको लखनऊ रेलवे स्टेशन या हवाई अड्डे तक आना होगा। यहां से मंदिर तक टैक्सी या बस के माध्यम से आसानी से पहुंचा जा सकता है।
- विंध्यवासिनी मंदिर, मिर्जापुर तक जाने के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन मिर्जापुर है, जहां से टैक्सी और लोकल ट्रांसपोर्ट की मदद से मंदिर तक पहुंच सकते हैं।
- मां विशालाक्षी मंदिर, वाराणसी के लिए आपको वाराणसी रेलवे स्टेशन या हवाई अड्डे तक आना होगा। मंदिर वाराणसी के मुख्य क्षेत्र में स्थित है और वहां पहुंचना बहुत आसान है।
- शीतला देवी मंदिर वाराणसी के मेहंदीगंज क्षेत्र में स्थित है, जहां स्थानीय ऑटो या टैक्सी से आसानी से पहुंचा जा सकता है।
- मां शाकंभरी देवी मंदिर, सहारनपुर तक पहुंचने के लिए सहारनपुर रेलवे स्टेशन सबसे नजदीकी स्थान है, जहां से टैक्सी या बस द्वारा मंदिर पहुंचा जा सकता है।