राजा रघुवंशी केस में परत दर परत कई चौंकाने वाले और सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं। इस केस ने अब एक ऐसा मोड़ ले लिया है, जहां अंधविश्वास, काला जादू, और तांत्रिक गतिविधियाँ भी सामने आने लगी हैं। आरोपी सोनम पर पहले ही पति राजा की हत्या का आरोप है, लेकिन अब उस पर एक और गंभीर और रहस्यमयी आरोप जुड़ गया है, जो इस पूरे मामले को और रहस्यमय बना देता है।
राजा के पिता देवीलाल रघुवंशी ने मीडिया से बात करते हुए आरोप लगाया कि सोनम की तंत्र-मंत्र में गहरी रुचि थी। वे दावा करते हैं कि सोनम काले जादू और तांत्रिक क्रियाओं में लिप्त थी और उसी ने उनके बेटे पर किसी तांत्रिक शक्ति का प्रभाव डाला था। बेटे की याद में फफक कर रोते हुए उन्होंने कहा कि शायद ये सब कुछ पहले से ही प्लान किया गया था।
दरवाजे पर लटकी थी "काली पोटली", अब रहस्यमयी ढंग से गायब
देवीलाल के अनुसार, सगाई के तुरंत बाद सोनम ने उनके घर के मुख्य दरवाजे के बाहर एक काली पोटली लटका दी थी। सोनम ने परिवार को बताया था कि यह पोटली बुरी नजर से बचाने के लिए है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि यह तांत्रिक उपाय घर की सुरक्षा के लिए है। मगर राजा की हत्या के बाद, वह पोटली भी अचानक ही गायब हो गई। अब परिवार को शक है कि यह पोटली बुरी नजर नहीं, बल्कि राजा पर काला जादू करने का साधन थी।
"मेरे भाई की दी गई नरबलि" – बड़ा भाई सचिन का दावा
इस पूरे मामले में नया मोड़ तब आया, जब राजा के बड़े भाई सचिन रघुवंशी ने एक और चौंकाने वाला दावा किया। उनका कहना है कि सोनम ने अपने बीमार पिता की सेहत के लिए राजा की नरबलि दी। सचिन का आरोप है कि उनके 60 वर्षीय ससुर को पहले दो बार दिल का दौरा पड़ा था, लेकिन अब वे पूरी तरह स्वस्थ हैं। उनका कहना है – "मेरे भाई की बलि दी गई है। ये बलिदान सोनम ने अपने पिता की सलामती के लिए दिया है।"
सचिन ने यह भी कहा कि सोनम और उसका परिवार कुछ तांत्रिक समुदायों और अंधविश्वासी लोगों के संपर्क में थे। हालांकि, सोनम रघुवंशी या उसके परिवार की ओर से इन सभी गंभीर आरोपों पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।