पोषक तत्वों से भरपूर है मखाना, फायदे जान तुरंत करेंगे डाइट में शामिल
By: Ankur Fri, 01 Apr 2022 10:47:12
सेहतमंद रहने के लिए अपना खानपान भी उसी तरह का रखना होता हैं और इसके लिए अपने आहार में ऐसी चीजों को शामिल करने की जरूरत होती हैं जो पोषक तत्वों से भरपूर हो। मखाने में कैल्शियम, मैग्नीशियम, प्रोटीन और आयरन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटीबैक्टीरियल गुण भी पाए जाते हैं। मखाना वजन में जितना हल्का होता है, इसके फायदे उतने ही वजनदार होते हैं। वैसे तो इसकी गिनती ड्राई फ्रूट्स के तौर पर होती है, लेकिन आजकल ये लोगों को फेवरेट स्नैक्स भी बन चुका है। आज इस कड़ी में हम आपको पोषक तत्वों से भरपूर मखाने के फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें जानकर आप भी इन्हें तुरंत अपनी डाइट में शामिल कर लेंगे। तो आइये जानते हैं मखाना के फायदों के बारे में...
हड्डियों को बनाए मजबूत
मखाने में भरपूर मात्रा में कैल्शियम होता है जो हड्डियों को मजबूत बनाने का काम करता है। अगर आपको हड्डियों में दर्द रहता है तो आप मखाने का सेवन सुबह करें। मखाना खाने से गठिया रोग में भी राहत मिलती है।
दिल की सेहत में करता है सुधार
मखाने में सोडियम की कम मात्रा और पोटेशियम की अधिक होने से ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। मखाने में मौजूद मैग्नीशियम शरीर में ब्लड और ऑक्सीजन की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद करता है। शरीर में मैग्नीशियम का स्तर कम होने से हृदय रोग का खतरा बढ़ जाता है। एक शोध के मुताबिक, 4 सप्ताह तक रोजाना मखाने खाने से हाई कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम किया जा सकता है। ये दोनों हृदय रोग के लिए सामान्य जोखिम कारक हैं।
प्रेगनेंसी में फायदेमंद
प्रेगनेंसी में मखाना प्रेग्नेंट महिलाओं और शिशु दोनों के लिए लाभदायक होता है। मखाना खाने से गर्भवती महिलाओं को हर तरह के जरूरी पोषक तत्व मिलते हैं। इसके सेवन से शारीरिक कमजोरी दूर होती है और थकान दूर होती है।
वजन घटाने में करता है मदद
अगर आप अपना वजन कम करने की योजना बना रहे हैं तो प्रोटीन की मात्रा बढ़ाने की सलाह दी जाती है। मखाने प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होते हैं, जिससे लंबे समय तक भूख भी नहीं लगती है। मखाने में कैलोरी कम होती है, जो वजन घटाने के लिए एक बढ़िया नाश्ता है। कुछ शोधों से पता चलता है कि अधिक मात्रा में फाइबर का सेवन पेट की चर्बी में कमी के साथ-साथ बढ़े हुए वजन घटाने से संबंधित हो सकता है।
ब्लड शुगर के लेवल को करता है नियंत्रित
मखाने में मौजूद फॉक्सनट्स में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है। कई अध्ययनों ने साबित किया है कि स्वस्थ रक्त शर्करा के स्तर को कंट्रोल करने में मखाने लाभकारी हैं। इस तरह से ये मधुमेह यानी डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद है। अगर आप शुगर की बीमारी को खत्म करना चाहते हैं तो सुबह से खाली पेट डेली मखाने खाने की आदत डालिए। इसके सेवन से शरीर में इंसुलिन बनने लगता है और शुगर लेवल कंट्रोल रहता है और इस तरह से धीरे-धीरे शुगर भी खत्म हो जाती है।
किडनी नहीं होती खराब
आजकल कम उम्र में ही किडनी खराब होने की समस्या लोगों में देखने को मिलती है। लेकिन अगर आप नियमित रूप से मखाने का सेवन करते हैं तो इस समस्या से बच सकते हैं। मखाने खाने से किडनी से विषैले तत्व बाहर निकल जाते हैं और किडनी स्वस्थ बनी रहती है।
पाचन के लिए है अच्छा
मखाने में मौजूद हाई फाइबर पाचन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है। मखानों को दैनिक आहार में शामिल करने से मल त्याग में सुधार करने में मदद मिल सकती है। वास्तव में, नियमित खपत पाचन में सुधार करने और कब्ज को दूर रखने में मदद कर सकती है।
अनिद्रा और तनाव को करते हैं कम
मखाने में तनाव दूर करने के गुण भी पाए जाते हैं और इस तरह से अनिद्रा की समस्या को खत्म करने में मदद मिलती है। रात को सोने से पहले दूध के साथ मखानों का सेवन करना स्वास्थ्यवर्धक है। इससे आप बिना किसी समस्या के आराम की नींद ले सकते हैं। मखाने में कैल्शियम की भरपूर मात्रा होती है और इनके सेवन से जोड़ों के दर्द, गठिया जैसी समस्या भी दूर हो जाती है।
एंटी-एजिंग
मखाने एक बेहतरीन एंटी-एजिंग फूड है क्योंकि इनमें भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं। शोधों से भी पता चलता है कि मखाने में पाए जाने वाले कुछ यौगिकों में शक्तिशाली एंटी-एजिंग गुण हो सकते हैं। हर दिन मुट्ठी भर मखाने आपको जवां बनाए रख सकते हैं और आपकी त्वचा को चमकदार बना सकते हैं। खास बात यह है कि इन्हें तले हुए नाश्ते के रूप में नहीं खाना चाहिए। मखाने में एंटीऑक्सीडेंट की मौजूदगी इन्हें पाचन स्वास्थ्य के लिए और भी बेहतर बनाती है। वे अत्यधिक और बार-बार पेशाब आने की रोकथाम में भी मदद करते हैं। एक अन्य शोध के अनुसार, मखाने में कई अमीनो एसिड होते हैं जो अपने एंटी-एजिंग गुणों के लिए जाने जाते हैं, जिनमें ग्लूटामाइन, सिस्टीन, आर्जिनिन और मेथियोनीन शामिल हैं।