कैंसर विरोधी लाभ देंगे ये 10 सुपरफूड, आज से ही करें अपनी डाइट में शामिल
By: Ankur Tue, 26 Apr 2022 1:37:55
वर्तमान समय की सामान्य हो चुकी घातक बीमारियों में से एक हैं कैंसर जो जानलेवा हैं। पहले यह बीमारी सिमित थी लेकिन आजकल इससे मरने वालों की संख्या में बड़ा इजाफा देखने को मिला हैं। WHO की एक रिपोर्ट में बताया गया हैं कि आने वाले 20 वर्षों में कैंसर के मामलों में 70 फीसदी की वृद्धि हो सकती हैं। इससे बचने के लिए बहुत सावधानी की जरूरत होती है। कैंसर के खतरों से बचने का एक तरीका उन खाद्य पदार्थों का सेवन करना है जो आपको इसे होने से रोकते हैं। इसलिए आज इस कड़ी में हम आपके लिए कैंसर विरोधी लाभ देने वाले कुछ आहार की जानकारी लेकर आए हैं जिन्हें अपनी दिनचर्या में शामिल कर खुद को कैंसर से बचाया जा सकता हैं। तो आइये जानते हैं इन आहार के बारे में...
लहसुन और प्याज
लहसुन और प्याज कैंसर की बीमीरी में काफी फायदेमंद होते हैं। लहसुन और प्याज में पाया जाने वाला सल्फर कंपाउंड बड़ी आंत, स्तन, फेफेड़े और प्रोस्टेट कैंसर की सेल्स को खत्म कर देता है। इसके अलावा लहसुन ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करता है और इंसुलिन बनने की प्रक्रिया को कम करके शरीर में ट्यूमर होने के चांस को कम कर देता है।
सब्जियां
सब्जियों की बात की जाए तो फूलगोभी और ब्रोकली कैंसर के लिए बहुत लाभकारी होती हैं। दोनों सब्जियां डिटॉक्सीफिकेशन एंजाइम को बनाने में मदद करती हैं। इससे कैंसर की सेल्स की खत्म होती है और ट्यूमर को बढ़ने से रोकती हैं। दोनों सब्जियां फेफड़े, प्रोस्टेट, मूत्राशय और पेट के कैंसर का जोखिम को कम करती हैं। इसके अलावा टमाटर का सेवन प्रोस्टेट कैंसर के खतरे को कम करता है।
टमाटर
यह रसदार फल लाइकोपीन का एक अच्छा स्रोत है और एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो कि कैंसर से लड़ने में मदद करता है। लाइकोपीन प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ा देता है और नुकसान से कोशिकाओं की रक्षा करता है। यह असामान्य कोशिकाओं की वृद्धि को भी रोकता है। इसके अलावा, यह विटामिन ए, सी और ई, जो शरीर में मुक्त कणों से नुकसान को रोकने का एक अच्छा स्रोत है। टमाटर एंडोमेट्रियल, स्तन, फेफड़े और पेट के कैंसर के खतरे को भी कम करने में प्रभावी रहते हैं। आप दैनिक आधार पर 1 कप कटे हुए टमाटर खाएँ। अधिकतम कैंसर विरोधी लाभों का आनंद लेने के लिए, आप टमाटर सॉस, पेस्ट और रस को भी अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
फल
फलों में पपीता, कीनू और संतरे कैंसर में फायदा करते हैं। इन फलों में ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो लीवर में होने वाले कार्सिनोजन को खत्म कर देते हैं। वहीं, कीनू और उसके छिलके में पाए जाने वाले फ्लेवनोइड्स और नोबिलेटिन तत्व कैंसर की सेल्स को बनने से रोकते हैं। इसके अलावा अंगूर एंथोसायनिन और पॉलीफेनॉल्स से शरीर में कैंसर के कणों का उत्पादन कम करता है।
हल्दी
हल्दी सबसे ज्यादा कैंसर में फायदा करती है। हल्दी में शक्तिशाली प्राकृतिक कैंसर रोधी गुण होते है। यह कैंसर सेल्स को खत्म करके ट्यूमर को बढ़ने से रोकती है। इसके अलावा कीमोथेरेपी का असर बढ़ाती है। काली मिर्च के साथ तेल मिलाने पर हल्दी और भी ज्यादा लाभकारी हो जाती है।
साबुत अनाज
साबुत अनाज पाचन स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं क्योंकि वे फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, पादपरसायन, विटामिन और खनिजों से भरपूर होते हैं। साबुत अनाज में कुछ पदार्थ होते हैं जो कैंसर से लड़ते हैं, जिसमें सैपोनिन भी शामिल है, जो कैंसर कोशिकाओं के गुणन को रोक सकता है, और लिग्नान, जो एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में कार्य करता है।
ब्रोकली
ब्रोकली खाने से कैंसर होने का खतरा कम हो जाता है। इस सब्ज़ी में यौगिक होते हैं जिनको ग्लूकोसाइनोलेट्स कहा जाता है, जिनसे शरीर में सुरक्षात्मक एंज़ाइमों का उत्पादन होता है। इन एंज़ाइमों में से एक है सल्फोराफेन, जो कैंसर के लिए ज़िम्मेदार केमिकल्स को बाहर करके कैंसर के खतरे को कम करने में मदद करता है। सल्फोराफेन कैंसर स्टेम सेल्स को भी निशाना बनाते हैं जो कि ट्यूमर के विकास में सहायक हैं।
अदरक
कैंसर की सेल्स से लड़ने के लिए ताजा अदरक बहुत असरकारक होती है। अदरक ट्यूमर की सेल्स को रोकने में सहायता करता है। अदरक का अर्क कीमोथेरेपी या रेडियोथेरेपी से होने वाली दिक्कतों का कम करने में मदद कर सकता है।
दाल और फलियां
दाल और फलियां में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन पाई जाती है। इसके अलावा दाल और फलियां में पाया जाने वाले फाइबर और फोलेट पैनक्रियाज के कैंसर के खतरे को कम कर सकते हैं। फलियां में प्रतिरोधी स्टार्च होता है जो बड़ी आंत की सेल्स के स्वास्थ्य में सुधार करते हैं।
मांस और पोल्ट्री
अच्छे प्रोटीन स्रोत मांसपेशियों को प्राप्त करने और शरीर के स्वस्थ वजन को बनाए रखने में मदद करते हैं। मुर्गी, मांस, मछली सभी प्रोटीन के अच्छे स्रोत हैं। आप इनमें अनप्रोसेस्ड मांस का सेवन करें, जिसमें नाइट्रेट न हों। इसके अलावा, ठीक से पके हुए अंडे और मांस का सेवन करें, किसी भी तरह के कच्चे सेवन से बचें।