स्पर्म काउंट बढ़ाने के घरेलु उपाय, अपनाकर देखें होगा फ़ायदा...
By: Ankur Thu, 16 Nov 2017 8:03:38
स्पर्म एक जैविक तरल पदार्थ है, जिसे धातु के नाम से भी जाना जाता है। यह बहुत से शुक्राणुओं के मेल से बना होता है। वीर्य शरीर की बहुत मूल्यवान धातु है। एक स्वस्थ पुरुष के शरीर में प्रति सेकेंड 1,500 स्पर्म्स यानी शुक्राणु बनते हैं, लेकिन आजकल की भागदौड़ भरी तनावपूर्ण ज़िंदगी व आधुनिक जीवनशैली के कारण बहुत-से पुरुष शुक्राणुओं की कमी की समस्या का सामना रहे हैं। इतना ही नहीं, शुक्राणुओं की गुणवत्ता भी घट रही है। स्पर्म काउंट कम होने से उनकी फर्टिलिटी पर बुरा असर पड़ता है। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि स्पर्म काउंट का सीधा संबंध खानपान से है। डायट जितनी अच्छी होगी, स्पर्म काउंट उतना बेहतर ही होगा। इसी बात को ध्यान में रखते हुए हम कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों का जानकारी दे रहे हैं, जो शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाने के साथ-साथ सेक्सलाइफ़ बेहतर बनाने में मददगार सिद्ध होंगे।
* तुलसी के बीज आधा ग्राम (पीसे हुए), पान के साथ सादे या केवल कत्था चुना लगाये पान के साथ नित्य सुबह एवं शाम खाली पेट खाने से वीर्य पुष्टि एवं रक्त शुध्दि होती है।
* शराब और सिगरेट न पिएँ। ये आपकी सेक्स क्षमता को बुरी तरह करेंगे। हर दिन व्यायाम करें। ज्यादा भारी-भरकम व्यायाम करने से बचें। अपने शरीर का वजन संतुलित रखें। आपका वजन न तो बहुत अधिक होना चाहिए और न बहुत कम। स्टीम बाथ से बचें। लैपटॉप का उपयोग अपनी जांघ पर रखकर न करें।
* प्रोटीन व विटामिन ई से भरपूर अंडे स्वस्थ शुक्राणुओं के उत्पादन में मदद करते हैं। स़िर्फ इतना ही नहीं, यह स्पर्म काउंट बढ़ाने के साथ-साथ प्रजनन क्षमता को कम करने वाले फ्री रेेडिकल्स से लड़ने में भी मदद करते हैं। इसलिए रोज़ाना दो अंडे ग्रहण कीजिए।
* रोज लहसून की 3-4 कलियाँ खाएँ। हर दिन 75 ग्राम अखरोट खाने से स्पर्म काउंट बढ़ती है। गाजर का जूस नियमित रूप से पीने से शुक्राणुओं की संख्या बढ़ती है। हर दिन एक ग्लास अनार का जूस पीने से भी शुक्राणुओं की संख्या बढ़ती है। हर दिन टमाटर खाना भी आपके लिए फायदेमंद रहेगा। लगातार पालक साग खाने से भी स्पर्म काउंट बढ़ता है।
* अगर लहसुन की तेज़ महक से आपको कोई परेशानी नहीं है तो इसका सेवन शुरू कर दीजिए। इसमें दो जादुई सत्व पाए जाते हैं-पहला है एलिसिन, जो पुरुषों के सेक्सुअल ऑर्गन में ब्लड फ्लो को बढ़ाता है और स्पर्म को क्षतिग्रस्त होने से बचाता है और दूसरा है सेलेनियम- यह एक प्रकार का एंटीऑक्सिडेंट है, जो शुक्राणुओं की गतिशीलता को बढ़ाता है। प्रति दिन दो लहसुन की कलियां खाना पर्याप्त होगा।
* कद्दू के बीज में मौजूद ओमेगा थ्री फैटी एसिड्स मेल ऑर्गन्स में रक्त संचार बढ़ाते हैं। रोज़ाना एक मुठ्ठी कद्दू के बीज खाने से शरीर में टेस्टोस्टेरॉन नामक सेक्स हार्मोन का स्राव व स्पर्म काउंट बढ़ता है।