अनोखी परंपरा: यहां रंग और फूलों से नहीं बल्कि पत्थरों से खेली जाती है होली, लहूलुहान हो जाते हैं लोग

By: Karishma Wed, 20 Mar 2024 12:00:10

अनोखी परंपरा: यहां रंग और फूलों से नहीं बल्कि पत्थरों से खेली जाती है होली, लहूलुहान हो जाते हैं लोग

रंगों का त्योहार होली यानी खुशियों का त्योहार ऐसे में लोग इसे अलग-अलग तरह से मनाते है। जब बात भारत की हो तो यहां अलग अलग जगह विभिन्न तरीकों से होली खेली जाती है। आपने बरसाना की लट्ठमार होली और मथुरा-वृंदावन की होली के बारे में तो सुना ही होगा लेकिन क्या आप ने पत्थरों की होली के बारें में सुना है। जी यहां, राजस्थान के डूंगरपुर के भीलूड़ा गांव की अनोखी परंपरा है जहां रंगो और फूलों की होली नहीं बल्कि लट्ठ और पत्थरों से होली खेली जाती है। यह परंपरा इतनी खतरनाक है कि लोग इसमें घायल तक हो जाते हैं, फिर भी आज तक इस परंपरा को निभाया जा रहा है।

holi celebration with stones in dungarpur,traditional holi festivities with stones in dungarpur,unique holi experience with stone throwing in dungarpur,holi festivities with natural stones in dungarpur,celebrate holi in dungarpur with stone play,experience the charm of holi with stones in dungarpur,authentic holi celebration with stone colors in dungarpur,stone-filled holi festivities in dungarpur,joyous holi celebrations with stone throwing in dungarpur,colorful holi traditions with stones in dungarpur

डूंगरपुर के भीलूड़ा गांव में खेली जाती है खुनी होली

दरअसल यह अनोखी होली राजस्थान के डूंगरपुर के आदिवासी इलाके के भीलूड़ा गांव में खेली जाती है। भीलूड़ा गांव डूंगरपुर और बांसवाड़ा जिले के बीच सागवाड़ा कस्बे के पास स्थित है। भीलूड़ा के अलावा, यह खतरनाक रिवाज रामगढ़ गांव में भी निभाया जाता है।

होली से पहले करते है पत्थरों को इकठ्ठा

जहां एक ओर होली से पहले सभी रंगों की और फूलों की खरीदारी करते है वहीं इस गांव में लोग होली से पहले पत्थरों को इकट्ठा करना शुरू कर देते है। यह खेल रात में ही होलिका दहन के बाद शुरू होता है और धुलंडी के दिन तक जारी रहता है। इस प्रथा में लोग एक ग्रुप बनाकर ढोल, कुंडी और चंग बजाकर लोक नृत्य भी करते है। इस परंपरा को यहां के लोग 'राड़' कहते है जिसे लड़ाई भी कहा जाता है।

holi celebration with stones in dungarpur,traditional holi festivities with stones in dungarpur,unique holi experience with stone throwing in dungarpur,holi festivities with natural stones in dungarpur,celebrate holi in dungarpur with stone play,experience the charm of holi with stones in dungarpur,authentic holi celebration with stone colors in dungarpur,stone-filled holi festivities in dungarpur,joyous holi celebrations with stone throwing in dungarpur,colorful holi traditions with stones in dungarpur

होली में खेली जाती है राड़

इस ख़ास होली में लोगों का उत्साह देखने लायक होता है। ढोल की थाप पर नाचते और होली के गीत गाते हुए, आदिवासी बस्तियों के लोग पारंपरिक तरीके से 'राड़' का खेल खेलने के लिए रघुनाथ मंदिर के पास गर्ल्स स्कूल के खेल के मैदान में इकट्ठा होते हैं और हजारों लोग इस अनोखे खूनी खेल को देखने के लिए पहुंचते हैं। इस राड़ की होली से पहले लोग शुरू में गैर नृत्य करते हैं और एक बार जब यह नृत्य खत्‍म हो जाता है, तो वे 'राड़' बजाना शुरू कर देते हैं।

लहूलुहान हो जाते हैं लोग

बताया जाता जाता है कि यहां पत्थर से होली खेलने का रिवाज बहुत पुराना है। सालों से चली आ रही इस परंपरा के तहत लोग एक-दूसरे पर पत्थर फेंककर होली खेलते हैं। ढोल, चंग, कुंडी थाप पर नाचते हुए दो समूहों में युवा पिचकारी से पानी की बौछार करते हैं और एक-दूसरे पर जमकर पत्थर बरसाते हैं। हाथों में घोफन लिए, सुरक्षा के लिए ढाल लिए, पैरों में बंधे घुंघरुओं की झंकार के साथ वे इस तरह पत्थर बरसाते हैं कि दूसरी तरफ के लोग घायल हो जाते हैं और लहूलुहान हो जाते हैं।

सदियों पुरानी है परंपरा

इस गांव के लोगों का कहना है कि यह उनकी आपसी दुश्मनी से जुड़ी सदियों पुरानी परंपरा है, जो साल में केवल एक बार ही बुराइयों को जड़ से खत्म करती है, इसलिए इसे बंद नहीं किया जाना चाहिए। शैक्षिक अभियानों से यह प्रथा पूरी तरह बंद तो नहीं हुई है, लेकिन थोड़ी कम जरूर हो गई है।

इसलिए खेली जाती है राड़ की होली

डूंगरपुर जिले के भीलूड़ा गांव के स्थानीय लोगों के अनुसार यहाँ के राजा ने किसी पाटीदार व्यक्ति को होली के दिन मृत्युदंड दे दिया था। मृतक की पत्नी उसके शव के साथ ही आग में जलकर सती हो गई। उसने मरते मरते श्राप दिया कि अगर अब से होली पर खून नहीं बहेगा तो धरती पर बड़ी आपदा आ जाएगी। इसी कारण से यहाँ हर साल होली पर पत्थर मार होली मनाई जाती है।

हम WhatsApp पर हैं। नवीनतम समाचार अपडेट पाने के लिए हमारे चैनल से जुड़ें... https://whatsapp.com/channel/0029Va4Cm0aEquiJSIeUiN2i
lifeberrys हिंदी पर देश-विदेश की ताजा Hindi News पढ़ते हुए अपने आप को रखिए अपडेट। Viral News in Hindi के लिए क्लिक करें अजब गजब सेक्‍शन

Home | About | Contact | Disclaimer| Privacy Policy

| | |

Copyright © 2024 lifeberrys.com