
असम की सियासत में आरोप-प्रत्यारोप का दौर एक बार फिर गरमा गया है। मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा द्वारा कांग्रेस नेता गौरव गोगोई की पत्नी पर पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI से जुड़े होने का आरोप लगाए जाने के बाद गोगोई ने तीखा पलटवार किया है। उन्होंने इस आरोप को पूरी तरह बेबुनियाद और साजिशपूर्ण बताते हुए कहा कि यह भाजपा की पुरानी रणनीति है—विपक्ष को बदनाम करो और मुद्दों से ध्यान हटाओ।
कांग्रेस सांसद और असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गौरव गोगोई ने मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा द्वारा उनकी पत्नी पर लगाए गए ISI लिंक के आरोप को "घटिया झूठ" करार दिया है। एक टीवी साक्षात्कार में गोगोई ने इन आरोपों को भाजपा द्वारा चलाए जा रहे “सुनियोजित चरित्र हनन अभियान” का हिस्सा बताया।
गौरव गोगोई ने कहा, “भाजपा की राजनीति ही झूठ और कीचड़ उछालने पर टिकी है। यह उनकी आदत में शामिल है। कभी किसी को देशद्रोही कहते हैं, कभी हत्या का आरोप लगाते हैं, तो कभी महिलाओं की गरिमा को निशाना बनाते हैं। यह सब उनकी सोच और रणनीति का हिस्सा है।”
उन्होंने भाजपा द्वारा लक्षित हमलों के एक पैटर्न का हवाला देते हुए आगे कहा कि इस तरह की रणनीति नई नहीं है। उन्होंने कहा, "क्या उन्होंने पहले भी कांग्रेस नेताओं पर आक्षेप नहीं लगाए हैं? उन्होंने किसी पर हत्या का आरोप लगाया है। उन्होंने किसी पर राष्ट्र-विरोधी होने का आरोप लगाया है। यही तो रोज़ी-रोटी है। दुष्प्रचार, बदनामी के अभियान, बदनामी, मानहानि, आप जानते हैं, एक महिला के चरित्र का अनादर करना स्वाभाविक है।"
गोगोई ने ज़ोर देकर कहा कि सत्तारूढ़ दल के ऐसे प्रयास गहरी असुरक्षा को दर्शाते हैं। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि ये बदनामी के अभियान हैं जो भाजपा के भीतर एक असुरक्षा, एक गहरी असुरक्षा को छुपाते हैं। और इसे छिपाने के लिए, आप जानते हैं, वे यह बदनामी का अभियान चलाते हैं।"
सांसद ने सरमा के इस दावे पर भी टिप्पणी की कि गौरव के राजनीति में आने के कारण पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने उन्हें कांग्रेस में दरकिनार कर दिया था। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए, कांग्रेस सांसद ने कहा, "यह उस दिन से उनके जुनून को दर्शाता है। राजनीति में मेरे पहले प्रवेश के बाद से ही वे मेरे नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं और मेरे बारे में झूठी कहानियाँ गढ़ रहे हैं।"














