भारतीय क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज रोहित शर्मा ने एक और ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल कर ली है। 2013 से नियमित रूप से ओपनिंग करने वाले रोहित ने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के मुकाबले में पाकिस्तान के खिलाफ एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम किया। इस मैच में खाता खोलते ही उन्होंने एक खास लिस्ट में महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ दिया।
वनडे क्रिकेट में सबसे तेज 9000 रन पूरे करने वाले बल्लेबाज बने
पाकिस्तान के खिलाफ इस मुकाबले में रोहित शर्मा ने जैसे ही खाता खोला, वैसे ही उन्होंने वनडे क्रिकेट में बतौर ओपनर 9000 रन पूरे कर लिए। खास बात यह है कि उन्होंने यह मुकाम केवल 181 पारियों में हासिल किया, जो वनडे क्रिकेट इतिहास में सबसे तेज़ है। इससे पहले यह रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम था, जिन्होंने 9000 रन तक पहुंचने के लिए 197 पारियां खेली थीं। अब रोहित ने इस रिकॉर्ड को तोड़कर नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है।
रोहित का शानदार करियर ग्राफ
रोहित शर्मा 2013 से ओपनिंग की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं और तब से उन्होंने कई बड़े रिकॉर्ड बनाए हैं। उनके नाम वनडे में तीन दोहरे शतक दर्ज हैं, जो किसी भी बल्लेबाज से अधिक हैं। इस नई उपलब्धि के साथ वह दुनिया के सबसे बेहतरीन सलामी बल्लेबाजों में शुमार हो गए हैं। अब क्रिकेट फैंस को उम्मीद है कि रोहित शर्मा आने वाले मैचों में भी ऐसे ही रिकॉर्ड बनाते रहेंगे।
रोहित शर्मा ने दिग्गजों को पीछे छोड़ा
रोहित शर्मा ने सिर्फ सचिन तेंदुलकर ही नहीं, बल्कि सौरव गांगुली, क्रिस गेल, एडम गिलक्रिस्ट और सनथ जयसूरिया जैसे दिग्गज ओपनर्स को भी पीछे छोड़ दिया है। वनडे क्रिकेट में बतौर ओपनर 9000 रन पूरे करने के लिए सौरव गांगुली को 231 पारियां, क्रिस गेल को 246 पारियां, एडम गिलक्रिस्ट को 253 पारियां, और सनथ जयसूरिया को 268 पारियां लगी थीं।
रोहित शर्मा का यह रिकॉर्ड खास इसलिए भी है क्योंकि उन्होंने वनडे क्रिकेट में बढ़ते रन दबाव और तेज खेल की मांग के बावजूद इतनी जल्दी यह उपलब्धि हासिल की है।
बड़ी पारी नहीं खेल सके रोहित शर्मा
हालांकि, पाकिस्तान के खिलाफ इस मुकाबले में रोहित शर्मा बड़ी पारी खेलने में सफल नहीं हो पाए। उन्होंने 15 गेंदों पर 20 रन बनाए, जिसमें 3 चौके और 1 छक्का शामिल था। उनका स्ट्राइक रेट 133.33 रहा, लेकिन वह अपनी इस आक्रामक शुरुआत को बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर सके।
शाहीन अफरीदी की शानदार गेंदबाजी के सामने रोहित क्लीन बोल्ड हो गए, जिससे टीम इंडिया को शुरुआती झटका लगा। हालांकि, उनकी इस ऐतिहासिक उपलब्धि ने उन्हें वनडे क्रिकेट के सबसे बेहतरीन ओपनर्स में शामिल कर दिया है।