हमारा शरीर समय-समय पर संकेत देता है कि कहीं कुछ ठीक नहीं है। अगर किसी अंग का रंग बदलने लगे, शेप में बदलाव हो या फिर असामान्य लक्षण दिखाई दें, तो इसे नजरअंदाज करना आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है। कई बार लोग शरीर पर दिखने वाले छोटे-छोटे बदलावों को मामूली समझकर अनदेखा कर देते हैं, लेकिन ये लक्षण किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकते हैं। यहां हम आपको ऐसे कुछ शारीरिक परिवर्तनों के बारे में बता रहे हैं जो खतरे की घंटी साबित हो सकते हैं। अगर आप इनमें से कोई भी लक्षण महसूस करें, तो बिना देर किए डॉक्टर से संपर्क करें।
सिर पर पपड़ी बनना और बालों का झड़ना
बालों में हल्का डैंड्रफ होना आम बात है, लेकिन अगर लंबे समय तक सिर पर सफेद या पीली पपड़ी जमने लगे और बाल तेजी से झड़ने लगें, तो यह शरीर में विटामिन और पोषक तत्वों की कमी का संकेत हो सकता है। खासकर विटामिन B7 (बायोटिन), जिंक और आयरन की कमी से ऐसा हो सकता है। इसके अलावा, यह फंगल इंफेक्शन (सेबोरेहिक डर्मेटाइटिस) का लक्षण भी हो सकता है, जो स्कैल्प पर खुजली और सूजन पैदा कर सकता है। अगर समस्या ज्यादा बढ़ जाए, तो इसे नजरअंदाज न करें और डॉक्टर से सलाह लें। समय पर इलाज से हेयर लॉस और इंफेक्शन को रोका जा सकता है।
हाथों पर झुर्रियां और रूखापन
पानी में अधिक समय तक हाथ डूबे रहने से उंगलियों पर झुर्रियां पड़ना सामान्य है, लेकिन अगर यह समस्या लंबे समय तक बनी रहे और शरीर के अन्य अंगों की तुलना में हाथों पर ज्यादा झुर्रियां दिखें, तो यह चिंता का विषय हो सकता है। अत्यधिक झुर्रियों का कारण शरीर में पानी की कमी (डिहाइड्रेशन) हो सकता है। इसके अलावा, खराब ब्लड सर्कुलेशन, पोषण की कमी, हार्मोनल असंतुलन और थायरॉयड संबंधी बीमारियां भी इसका कारण बन सकती हैं। अगर आपके हाथ हमेशा रूखे और झुर्रीदार रहते हैं, तो पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और डॉक्टर से जांच करवाएं।
जीभ का सफेद पड़ना या धब्बे आना
स्वस्थ व्यक्ति की जीभ हल्के गुलाबी रंग की होती है, लेकिन अगर जीभ सफेद पड़ने लगे या उस पर सफेद धब्बे दिखाई दें, तो यह ओरल थ्रश (फंगल इंफेक्शन) का लक्षण हो सकता है। यह समस्या खासतौर पर डायबिटीज के मरीजों में देखी जाती है क्योंकि उनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है। इसके अलावा, खराब ओरल हाइजीन, विटामिन B12 की कमी, अधिक एंटीबायोटिक्स का सेवन और धूम्रपान भी जीभ पर सफेद परत जमने का कारण बन सकता है। अगर यह लक्षण लंबे समय तक बना रहे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और उचित उपचार करवाएं।
टखनों में सूजन और भारीपन
लंबी यात्रा के दौरान या गर्भावस्था के समय पैरों में हल्की सूजन आना सामान्य होता है, लेकिन अगर बिना किसी कारण टखनों और पैरों में सूजन बनी रहे, तो यह ब्लड सर्कुलेशन की गड़बड़ी का संकेत हो सकता है। टखनों की सूजन हृदय रोग, किडनी से जुड़ी समस्याएं और थायरॉयड ग्रंथियों की कमजोरी का संकेत हो सकती है। इसके अलावा, शरीर में अतिरिक्त सोडियम और पानी की अधिक मात्रा (वॉटर रिटेंशन) भी सूजन का कारण बन सकती है। अगर यह समस्या बार-बार होती है, तो अपने डॉक्टर से जांच करवाएं और जरूरी परहेज करें।
शरीर पर बिना वजह चोट के निशान पड़ना
अगर आपको शरीर पर बार-बार चोट के निशान दिखते हैं और आपको यह याद नहीं रहता कि आप कहां टकराए थे, तो यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। आसान bruising यानी शरीर पर जल्दी-जल्दी चोट के निशान आना, विटामिन C और K की कमी का लक्षण हो सकता है। इसके अलावा, यह ब्लड क्लॉटिंग डिसऑर्डर (रक्त का सही तरह से थक्का न बन पाना) या हीमोफीलिया जैसी बीमारियों की तरफ भी इशारा कर सकता है। अगर आपको शरीर पर बार-बार बिना कारण चोट के निशान दिख रहे हैं, तो इसे हल्के में न लें और तुरंत डॉक्टर से जांच करवाएं।