इम्यून सिस्टम स्ट्रॉन्ग करने में मददगार हैं ये 5 हेल्दी ड्रिंक्स
By: Priyanka Maheshwari Fri, 24 Sept 2021 6:14:39
इम्यून सिस्टम या प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर की आंतरिक प्रतिरक्षा प्रणाली होती है जो शरीर की बाहरी खतरों से सुरक्षा करती है। जैसे ही कोई वायरस, बैक्टीरिया या रोगजनक शरीर पर आक्रमण करते हैं तो अपने आप ही यह प्रणाली सक्रिय हो जाती है और इनसे बचाव की प्रक्रिया शुरु कर देती है। एंटीबॉडी शरीर में बनने वाले ऐसे प्रोटीन यौगिक होते हैं, जिनका निर्माण हमारा इम्यून सिस्टम शरीर में रोगाणुओं को बेअसर करने के लिए करता है। कई बार संक्रमण के बाद एंटीबॉडीज बनने में कई हफ्तों का समय लग जाता है। इन्हें एंटीबॉडी इम्युनोग्लोब्युलिन (एलजी) के नाम से भी जाना जाता है। जब कोई व्यक्ति किसी वायरस या रोगजनकों से ग्रस्त हो जाता है तो उनके शरीर में उस वायरस के खिलाफ एंटीबॉडी बनने लगती हैं जो उस वायरस से लड़ती है। जिन लोगों में वायरस या संक्रमण के खिलाफ एंटीबाडी नहीं बनती है उसका मतलब है कि उनकी इम्यूनिटी कमजोर है। आज हम आपको कुछ ऐसी ड्रिंक्स के बारे में बताने जा रहे है जिनकी नियमित सेवन से आप अपने इम्यून सिस्टम को स्ट्रॉन्ग कर सकते है...
ACV और अदरक का इम्युनिटी बूस्टर
सामग्री:
- एक कप पानी
- एक चौथाई छोटा चम्मच कद्दूकस किया हुआ अदरक
- एक चौथाई छोटा चम्मच हल्दी
- एक चम्मच सेब साइडर सिरका (ACV)
- एक चम्मच शहद
बनाने की विधि
- एक गिलास पानी में अदरक और हल्दी का घोल तैयार करें।
- इसके बाद इसे 5 से 10 मिनट तक उबालें।
- इस उबले हुए पानी को थोड़ा ठंडा होने दें, फिर इसमें शहद और एक चम्मच सेब साइडर सिरका को मिलाएं।
- इसे पीने से आपका इम्यून सिस्टम बूस्ट होगा।
क्या हैं इसके फायदे
हल्दी और अदरक एंटीऑक्सिडेंट और एंटीसेप्टिक गुणों से भरपूर है। अदरक को सबसे महत्वपूर्ण जड़ी बूटियों में से एक माना गया है। सर्दी-खांसी के अलावा सांस से संबंधी कई बीमारियां, जोड़ों का दर्द, उल्टी और मतली जैसी दिक्कतें भी दूर करने में मददगार है अदरक। हल्दी एक नेचुरल हीलर यानी प्राकृतिक उपचारक है है, जबकि अदरक सफेद रक्त कोशिकाओं की संख्या को बढ़ाता है, जो वायरस को नष्ट करने में मदद करती हैं। एप्पल साइडर सिरका (ACV) शरीर के कई रोगों को दूर करता है। ये कब्ज, ब्लड शुगर, वेट लॉस और हर्ट की बीमारी में मददगार होता है। इनके साथ-साथ ये हमारे इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करने में भी सहायक है।
अजवाइन का इम्युनिटी बूस्टर
सामग्री:
- आधा छोटा चम्मच अजवाईन के बीज
- 5 तुलसी की पत्तियां
- 1/2 चम्मच काली मिर्च पाउडर
- 1 चम्मच शहद
कैसे करें तैयार:
- एक पैन में 1 गिलास पानी, अजवाइन, काली मिर्च और तुलसी के पत्ते डालें।
- पानी को 5 मिनट तक उबलने दें।
- फिर एक कप में निकालकर इसे थोड़ा ठंडा होने दें।
- बाद में इसमें शहर मिलाएं और फिर इसका चाय की तरह एक-एक घूंट की तरह सेवन करें।
अजवाइन में शक्तिशाली औषधीय गुणों से भरपूर है और कई बीमारियों के इलाज में उपयोग किया जाता है। गैस और कब्ज की समस्या किसी को भी हो सकती है। ऐसे में अजवाइन इस समस्या के लिए असरदार साबित हो सकती है। अस्थमा जैसे श्वसन तंत्र की समस्या से राहत दिलाने में भी अजवाइन के लाभ दिखाई दे सकते हैं। अजवाइन खाने के फायदे डायरिया से राहत दिलाने के लिए भी देखा जा सकता है। बढ़ते कोलेस्ट्रोल की समस्या को कम करने के लिए अजवाइन का उपयोग किया जा सकता है। इस ड्रिंक में तुलसी के पत्ते, काली मिर्च और शहद को मिलाकर पीने से आपका इम्यून सिस्टम तो मजबूत होगा ही साथ ही और भी कई समस्याएं दूर होंगी।
गिलोय और तुलसी का इम्युनिटी बूस्टर
सामग्री-
- 6-7 तुलसी के पत्ते
- 5 लौंग
- 1 टीस्पून कद्दूकस किया हुआ अदरक
- 1 कप गिलोय का रस
- 2 चम्मच नींबू का रस
बनाने का तरीका:
- एक पैन लें और उसमें एक कप पानी, तुलसी के पत्ते, लौंग और अदरक डालें।
- 5 मिनट तक इस पानी को उबलने दें।
- बाद में इसे ठंडा कर कांच की बोतल में स्टोर करें।
- फिर इसमें 1 कप गिलोय का रस और एक चुटकी काला नमक व नींबू का रस मिलाएं।
- इसे अच्छे से मिलाएं और हर रोज इसका सेवन करें।
एंटीऑक्सिडेंट गुणों से भरपूर गिलोय लगभग सभी तरह के मर्ज की दवा साबित होता है। इसे एक अमृत तुल्य वनस्पति माना जाता है। इम्युनिटी बढ़ाने के साथ-साथ गिलोय सर्दी खांसी को दूर भगाता है और साथ ही पाचन तंत्र को भी दुरुस्त करता है। गिलोय का सेवन विषाक्त पदार्थ (toxins) को हटाने, ब्लड को साफ करने, लीवर संबंधी बीमारियों को रोकने और यूरिनरी ट्रैक इंफेक्शन की रोकथाम के निवारण लिए किया जाता है। गिलोय को ज्वरनाशक भी कहा जाता है जो आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए भी बेहतर माना जाता है। इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने वाले गिलोय के इस हेल्दी ड्रिंक में तुलसी, अदरक और लौंग मिलाने से और भी कई फायदे हैं।
जीरा और गुड़ का पानी
सामग्री-
- डेढ गिलास पानी
- 1 चम्मच जीरा
- थोड़ा गुड़
बनाने का तरीका:
- एक पैन लें और उसमें डेढ गिलास पानी डाले।
- 5 मिनट तक इस पानी को उबलने दें।
- बाद में एक चम्मच जीरा और थोड़ा गुड़ डालें।
- जब ये अच्छे से उबल जाए, तब इसे छानकर चाय की तरह पीएं।
बलगम निकालना हो, पाचन क्रिया ठीक करना हो या इम्युनिटी बूस्ट करने की बात हो, जीरा और गुड़ का पानी इसमें काफी मददगार माना जाता है। गुड़ में एंटीऑक्सीडेंट्स और खनिज होते हैं जो फेफड़ों में जमा बलगम को साफ करने में मददगार माने जाते हैं। जो लोग जल्दी थक जाते हैं, कमजोरी लगती है साथ ही बहुत जल्दी बुखार या संक्रमण की चपेट में आ जाते हैं, उनके लिए गुड़ और जीरे का पानी काफी लाभकारी है।
हल्दी वाला दूध
हल्दी को किचेन का गोल्डन मसाला कहा जाता है। हल्दी में एंटीसेप्टिक, एंटीवायरल, एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल, एंटी माइक्रोबियल और एंटी इंफ्लेमेटरी के गुण पाए जाते हैं। यदि रात को सोते समय रोजाना हल्दी वाले दूध का सेवन किया जाए, तो ये संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। इसके अलावा इम्युनिटी को बूस्ट करता है।
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