रोजाना 45 मिनट की वॉक, जानें वजन कम करने में कितना समय लगेगा और कितनी कैलोरी होगी बर्न?
By: Nupur Rawat Thu, 12 Dec 2024 08:00:11
आजकल फिट रहने और वजन घटाने के लिए लोग कई तरह की एक्टिविटीज अपना रहे हैं। कोई जिम में घंटों पसीना बहा रहा है, तो कोई डांस, जुंबा, पिलाटे, एरोबिक्स या साइकलिंग का सहारा ले रहा है। लेकिन अगर आपके पास ज्यादा समय नहीं है या आप भारी एक्सरसाइज नहीं करना चाहते, तो सिर्फ वॉकिंग भी आपके वजन घटाने के लक्ष्य को पूरा करने में मदद कर सकती है। रोजाना 45 मिनट की वॉक करके आप न केवल वजन घटा सकते हैं, बल्कि अपनी फिटनेस को भी बेहतर बना सकते हैं। यह एक सरल, सुलभ और प्रभावी तरीका है, जिसे किसी भी उम्र में अपनाया जा सकता है। आइए जानें कि वॉकिंग से आप कितनी कैलोरी बर्न कर सकते हैं, कितनी दूरी तय कर सकते हैं, और इसका प्रभाव आपके वजन पर कैसे पड़ता है।
रोजाना 45 मिनट वॉक से कितने किलोमीटर चलते हैं?
वॉकिंग को सबसे आसान और असरदार एक्सरसाइज माना जाता है। यदि आप नॉर्मल स्पीड में चलते हैं, तो आप 45 मिनट में 3 से 4 किलोमीटर तक की दूरी तय कर सकते हैं। यदि आप थोड़ा तेज चलते हैं या जॉगिंग करते हैं, तो यह दूरी बढ़कर 5 से 6 किलोमीटर तक हो सकती है। फास्ट वॉकिंग या जॉगिंग से न केवल कैलोरी बर्न होती है, बल्कि मेटाबॉलिज्म भी बेहतर होता है। यह आपके हार्ट और फेफड़ों को मजबूत बनाने में मदद करता है, जिससे आपकी ओवरऑल फिटनेस बढ़ती है।
रोज 45 मिनट वॉक से कितनी कैलोरी बर्न होती है?
रोजाना 45 मिनट की वॉक से आप 150 से 200 कैलोरी तक बर्न कर सकते हैं। यदि आप एक महीने तक नियमित रूप से वॉक करते हैं, तो आप लगभग 4500 से 6000 कैलोरी बर्न कर सकते हैं। इसका मतलब है कि आप महीनेभर में 2-3 किलो वजन घटा सकते हैं। यदि आप वॉकिंग की स्पीड बढ़ाकर इसे जॉगिंग या रनिंग में बदलते हैं, तो कैलोरी बर्न होने की मात्रा भी बढ़ जाती है। 1 घंटे की तेज रनिंग से आप महीनेभर में 4-5 किलो वजन तक कम कर सकते हैं।
वॉकिंग से वजन घटाने के टिप्स
समय निर्धारित करें: अपनी वॉकिंग के लिए एक निश्चित समय निर्धारित करें ताकि यह आपकी दिनचर्या का हिस्सा बन सके। सुबह का समय वॉकिंग के लिए सबसे आदर्श माना जाता है, क्योंकि इस समय ताजी हवा और शांत वातावरण मिलता है। सुबह संभव न हो तो शाम के समय भी वॉकिंग करना फायदेमंद है। नियमित समय पर वॉक करने से शरीर एक निश्चित रूटीन का आदी हो जाता है, जिससे बेहतर परिणाम मिलते हैं। समय निर्धारित करने से आप वॉकिंग को टालने की आदत से बच सकते हैं। यह आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को संतुलित रखने में भी मदद करता है।
स्पीड पर ध्यान दें: वॉकिंग की शुरुआत नॉर्मल स्पीड से करें और धीरे-धीरे अपनी गति बढ़ाएं। स्पीड वॉकिंग कैलोरी बर्न करने और मेटाबॉलिज्म को बढ़ावा देने में अधिक प्रभावी होती है। तेज गति से चलने से दिल की धड़कन बढ़ती है, जिससे वजन तेजी से कम होता है। अपने लक्ष्य के अनुसार हर सप्ताह वॉकिंग की स्पीड में सुधार करें। स्पीड वॉकिंग से न केवल वजन घटाने में मदद मिलती है, बल्कि यह आपकी सहनशक्ति को भी बढ़ाती है। नियमित अभ्यास से आप अपनी फिटनेस के हर स्तर पर सुधार देख पाएंगे।
डाइट का ख्याल रखें: वजन कम करने के लिए वॉकिंग के साथ हेल्दी डाइट का पालन करना बेहद जरूरी है। ज्यादा कैलोरी वाले खाद्य पदार्थ, जैसे जंक फूड, तले-भुने आइटम और मिठाइयों से दूरी बनाएं। संतुलित आहार में फल, सब्जियां, प्रोटीन और फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें। चीनी और प्रोसेस्ड फूड का सेवन कम करें, क्योंकि ये वजन घटाने में बाधा बन सकते हैं। छोटे-छोटे पोर्शन में दिन में कई बार खाना खाएं, ताकि मेटाबॉलिज्म बेहतर बना रहे। वॉकिंग और सही डाइट का तालमेल आपके वजन घटाने के लक्ष्य को तेजी से हासिल करने में मदद करेगा।
हाइड्रेशन का ध्यान रखें: वॉकिंग के दौरान पसीने के कारण शरीर में पानी की कमी हो सकती है, जिससे डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ता है। वॉक शुरू करने से पहले और बाद में पर्याप्त पानी पिएं। अगर लंबी दूरी पर चल रहे हैं, तो साथ में पानी की बोतल रखें। इलेक्ट्रोलाइट्स युक्त ड्रिंक्स भी फायदेमंद हो सकते हैं। डिहाइड्रेशन से बचने के लिए शरीर के संकेतों, जैसे प्यास लगना या थकान, पर ध्यान दें। सही हाइड्रेशन से न केवल ऊर्जा बनी रहती है, बल्कि वॉकिंग का प्रभाव भी बेहतर होता है।
फिटनेस गैजेट्स का उपयोग करें: फिटनेस ट्रैकर या स्मार्टवॉच का उपयोग वॉकिंग को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए किया जा सकता है। ये उपकरण आपको आपकी दूरी, स्पीड, और कैलोरी बर्न का सटीक रिकॉर्ड रखने में मदद करते हैं। इसके अलावा, ये डिवाइस आपकी हार्ट रेट, स्टेप्स काउंट और स्लीप पैटर्न को भी मॉनिटर करते हैं, जिससे आपको अपने स्वास्थ्य के अन्य पहलुओं पर भी नजर रखने में आसानी होती है।
वॉकिंग के अन्य फायदे
वजन घटाने के अलावा, वॉकिंग के कई स्वास्थ्य लाभ हैं:
दिल की सेहत: वकिंग करने से दिल की सेहत में सुधार होता है और हार्ट डिजीज का खतरा कम होता है। यह ब्लड प्रेशर को नियंत्रित रखने और रक्त संचार को बेहतर बनाने में मदद करती है। नियमित वॉक से आपका दिल मजबूत रहता है और समग्र स्वास्थ्य में सुधार होता है।
मेंटल हेल्थ: वॉकिंग मानसिक तनाव को कम करने और दिमाग को शांत रखने में सहायक है। यह एंडोर्फिन जैसे हैप्पी हार्मोन्स को बढ़ाकर मूड को बेहतर बनाती है। नियमित वॉकिंग से नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है और मानसिक स्वास्थ्य मजबूत रहता है।
डायबिटीज: नियमित वॉकिंग से शरीर में इंसुलिन की संवेदनशीलता बढ़ती है, जिससे ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है। यह टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को कम करने में भी मदद करती है। वॉकिंग करने से ग्लूकोज मेटाबोलिज्म बेहतर होता है, जिससे शुगर लेवल स्थिर रहता है।
हड्डियां मजबूत होती हैं: नियमित वॉकिंग से हड्डियों और जोड़ों की मजबूती बढ़ती है। यह ऑस्टियोपोरोसिस जैसी हड्डी संबंधित बीमारियों से बचाव में मदद करती है। वॉकिंग से ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है, जिससे हड्डियों को आवश्यक पोषण मिलता है।