UN में नहीं होगी सुषमा-कुरैशी की मुलाकात, भारत ने साफ कहा - सीमा पर गोली और बोली दोनों एक साथ नहीं चल सकती
By: Priyanka Maheshwari Fri, 21 Sept 2018 6:34:58
भारत India और पाकिस्तान Pakistan के विदेश मंत्रियों Foreign Minister के बीच संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर होने वाली बैठक रद्द हो चुकी है। इस बैठक में करतार सिंह साहिब कॉरिडोर समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा प्रस्तावित थी। भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस नए डेवलपमेंट पर अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन समझा जा रहा है कि सीमा पार की आतंकी घुसपैठ और ताजा हालात के मद्देनजर भारत ने यह कदम उठाया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि दोनों देशों के विदेश मंत्रियों के बीच होने वाली बैठक को भारत ने रद्द कर दिया है।
पाकिस्तान नहीं सुधरेगा
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने बुरहान वानी पर स्टांप जारी कर आतंक का गुणगान किया है। इससे जाहिर होता है कि पाकिस्तान नहीं सुधरेगा। विदेश मंत्री स्तर पर पाकिस्तान से मुलाकात का निर्णय हमने पाकिस्तान की रिक्वेस्ट और उनके प्रधानमंत्री की चिट्ठी के जवाब में लिया था। पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री के नापाक इरादों वाला चेहरा सामने आ गया है।ऐसे में उनसे बातचीत का कोई मतलब नहीं बनता है। ऐसी स्थितियों में न्यूयॉर्क में विदेश मंत्रियों की कोई मुलाकात नहीं होगी।
सीमा पर गोली और बोली दोनों एक साथ नहीं चल सकती
भारत की यह नाराजगी बीएसएफ के जवान नरेन्द्र की गला रेतकर निर्मम हत्या और पाकिस्तान में कुछ आतंकियों को रिहा किए जाने को मुद्दा बनाया है। भारत ने साफ कहा है कि सीमा पर गोली और बोली दोनों एक साथ नहीं चल सकती हैं। उच्चपदस्थ सूत्र बताते हैं कि यह निर्णय भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ही लिया है। भारत का स्पष्ट कहना है कि पाकिस्तान को किसी तरह की शांति वार्ता प्रक्रिया के पहले आतंकवाद के खिलाफ ठोस कार्रवाई का कदम उठाना चाहिए। यह भरोसा होने के बाद ही भारत शांति वार्ता, मंत्री स्तरीय वार्ता आदि पर आगे बढ़ सकता है।
पाकिस्तान के नापाक इरादों का हुआ खुलासा
विदेश मंत्रालय ने बताया कि कल(गुरुवार) हमने घोषणा की थी कि भारत पाकिस्तान के विदेश मंत्री न्यूयॉर्क में मुलाकात करेंगे। लेकिन इसके बाद 2 दर्दनाक घटनाएं घटी है। एक तो हमारे जवानों की दर्दनाक हत्याएं की गई। दूसरी पाकिस्तान द्वारा आतंकियों के स्टाम्प टिकट जारी किए गए। लेकिन अब यह लग रहा है कि पाकिस्तान की नई शुरुआत के पीछे और वार्ता के प्रस्ताव के पीछे नापाक इरादे हैं जिनका खुलासा हो चुका है।
बता दें कि विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने गुरुवार को कहा था कि सुषमा स्वराज और पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी की मुलाकात इस महीने के आखिर में होगी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने अपने आधिकारिक बयान में कहा था कि पाकिस्तान सरकार के अनुरोध पर भारत मीटिंग के लिए तैयार है। यह विदेश मंत्री स्तर की बैठक होगी। हालांकि उन्होंने कहा था कि यह सिर्फ मीटिंग है। पाक की तरफ से रिक्वेस्ट आई थी इस मीटिंग को बातचीत न समझा जाए।
पाकिस्तान पीएम द्वारा भारत को लिखी गई चिट्ठी के मुद्दे पर विदेश मंत्रालय के सचिव रवीश कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर स्पष्टीकरण दिया था। रवीश कुमार ने कहा था, 'प्रधानमंत्री ने इमरान खान को बधाई देते हुए चिट्ठी लिखी थी, जब वह पीएम बने थे। यह चिट्ठी उसी का जवाब है जो 17 सितंबर को पाक हाईकमिश्नर ने विदेश मंत्री को दी थी। इसी के आधार पर पाक की रिक्वेस्ट पर भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्री की मुलाकात होगी। यह मुलाकात न्यूयार्क में यूएनजीए समिट में होगी।'
पहले भी कर चूका है भारत वार्ता रद्द
ऐसा नहीं है कि भारत ने पहली बार वार्ता प्रक्रिया को रद्द किया है। इससे पहले 25 अगस्त 2014 को इस्लामाबाद में विदेश सचिव स्तरीय वार्ता होनी थी और भारत ने जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेताओं से पाकिस्तान के उच्चायुक्त की भेंट पर नाराज जताते हुए वार्ता प्रक्रिया को रद्द कर दिया था। इसके बाद अगले साल विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की हार्ट ऑफ एशिया की बैठक से इतर पाकिस्तान के विदेश मंत्री सरताज अजीज से चर्चा हुई थी। इस चर्चा में वार्ता प्रक्रिया की बहाली का रोडमैप आगे बढ़ाने का निर्णय लिया गया था। इसे प्रधानमंत्री मोदी की सलाह पर आगे बढ़ाया गया, लेकिन पठानकोट वायुसैनिक हवाई अड्डे पर आतंकी हमले के बाद भारत ने इससे भी हाथ खींच लिए थे।