पाकिस्तान से जुड़े युद्ध जैसे हालातों के बीच सोशल मीडिया पर मुस्लिम देशों से संबंधित कई वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं। हाल ही में एक ऐसा वीडियो सामने आया है जिसे देखकर लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। इस वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि दो मुस्लिम महिलाओं को लोहे के एक पिंजरे में बंद किया गया है। वहीं, एक शख्स पिंजरे से एक महिला को बाहर निकालते हुए नजर आता है। जैसे ही यह वीडियो वायरल हुआ, लोगों के बीच इस वीडियो की सच्चाई को लेकर जबरदस्त चर्चा शुरू हो गई। सभी यह जानने की कोशिश करने लगे कि आखिर यह भयावह दृश्य किस देश या स्थान का है, जहां महिलाओं के साथ इस तरह का अमानवीय व्यवहार हो रहा है।
वीडियो की सच्चाई को लेकर उठा सवाल, फिल्मी सीन या असली घटना?
वीडियो पर लोगों के बीच बहस शुरू हो गई। कुछ लोगों का मानना था कि यह किसी फिल्म या वेबसीरीज़ का दृश्य हो सकता है, जबकि कई लोगों ने इसे असली घटना बताया। इस विषय में एक यूजर ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म @Grok से इस वीडियो की सच्चाई पूछी। जवाब में @Grok ने बताया कि यह वीडियो किसी फिल्म का नहीं, बल्कि एक सच्ची घटना पर आधारित वास्तविक रिकॉर्डिंग है। @Grok के अनुसार, यह वीडियो 2016 के आसपास सीरिया के रक्का का है, जहां आतंकी संगठन ISIS ने इन महिलाओं को उनके ड्रेस कोड का उल्लंघन करने पर सार्वजनिक रूप से सजा दी थी। ISIS ने दोनों महिलाओं को लोहे के पिंजरे में बंद कर अपमानित किया था। यह महिलाओं को दबाने और डराने की उनकी रणनीति का हिस्सा था।
What kind of culture does this?
— Dr. Maalouf (@realMaalouf) May 1, 2025
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सोशल मीडिया पर वीडियो को मिले मिलियन व्यूज
इस भयावह वीडियो को @realMaalouf नामक एक यूजर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर शेयर किया है। इस वीडियो को 65 लाख से अधिक बार देखा गया है और 28 हजार से अधिक लोगों ने इसे लाइक किया है। बड़ी संख्या में लोगों ने इस वीडियो पर अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं। कुछ लोगों ने इसे फिल्मी सीन बताया, तो कुछ ने @Grok की बात से सहमति जताते हुए इसे एक सच्ची घटना करार दिया। वीडियो पर लगातार बहस जारी है और हर कोई जानना चाहता है कि आखिर इस अमानवीय कृत्य की असलियत क्या है।