बयाना। राजस्थान के भरतपुर जिले के छोटे से कस्बे बयाना का नाम अब देशभर में गर्व से लिया जा रहा है। कारण हैं – शगुन अग्रवाल, जिन्होंने UPSC CAPF (सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्सेज) 2024 परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 1 हासिल की है। इस बड़ी उपलब्धि के साथ शगुन ने न केवल अपने जिले बल्कि पूरे राज्य का नाम रोशन कर दिया है। उनकी इस सफलता से बयाना में खुशी का माहौल है, और जगह-जगह मिठाइयां बांटी जा रही हैं।
हर चरण में उत्कृष्ट प्रदर्शन
यूपीएससी CAPF परीक्षा एक चुनौतीपूर्ण परीक्षा मानी जाती है, जिसमें चार प्रमुख चरण होते हैं –
1. लिखित परीक्षा
2. शारीरिक दक्षता परीक्षण
3. मेडिकल टेस्ट
4. इंटरव्यू
इन सभी चरणों में शगुन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए करीब 1500 अभ्यर्थियों में से सबसे ऊपर स्थान पाया। इस साल 500 अभ्यर्थियों को अंतिम रूप से चयनित किया गया है, जिसमें शगुन का नाम सूची में पहले नंबर पर है।
शिक्षा और अनुशासन की नींव सैनिक स्कूल से
शगुन अग्रवाल ने अपनी स्कूली शिक्षा सैनिक स्कूल चित्तौड़गढ़ से प्राप्त की, जहां उन्हें अनुशासन, सेवा-भावना और नेतृत्व के मूल सिद्धांतों की गहरी समझ मिली। इसके बाद उन्होंने महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय, भरतपुर से ग्रेजुएशन किया। पढ़ाई के साथ-साथ वे खेल और फिजिकल फिटनेस में भी बेहद सक्रिय रहे, जो CAPF जैसी परीक्षा में निर्णायक साबित हुआ।
साधारण परिवार, असाधारण सफलता
शगुन एक मध्यमवर्गीय परिवार से आते हैं। उनके पिता अशोक गुप्ता एक निजी कंपनी में माइनिंग इंजीनियर हैं, जबकि माता रीता गुप्ता एक गृहिणी हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सफलता का सबसे बड़ा श्रेय उनके माता-पिता, दादी-बाबा और शिक्षकों को जाता है, जिन्होंने हर कदम पर उन्हें प्रोत्साहित किया और उनका साथ दिया।
“मेरे परिवार ने जो त्याग और सहयोग दिया, उसी से मैं यहां तक पहुंच पाया हूं,” – शगुन अग्रवाल
देशसेवा का सपना, युवाओं को प्रेरणा
शगुन की इच्छा है कि वे CISF (Central Industrial Security Force) में सेवा करें और देश की आंतरिक सुरक्षा में योगदान दें। उन्होंने युवाओं से कहा: “कस्बा हो या शहर, अगर मेहनत सच्ची हो, आत्मविश्वास हो और दिशा सही हो तो कोई मंज़िल दूर नहीं होती।”
उनकी इस सफलता ने न केवल बयाना, बल्कि पूरे भरतपुर और आसपास के क्षेत्रों के युवाओं में नया उत्साह भर दिया है। कई स्कूलों और कॉलेजों में शगुन को सम्मानित करने की तैयारी चल रही है।
राज्य के लिए गौरव का क्षण
शगुन अग्रवाल की इस उपलब्धि को राजस्थान सरकार, शिक्षाविदों और प्रशासनिक अधिकारियों ने भी सराहा है। शगुन का नाम अब उन सफल युवाओं की सूची में दर्ज हो गया है, जो सीमित संसाधनों और ग्रामीण पृष्ठभूमि के बावजूद राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना पाए।
शगुन अग्रवाल की यह सफलता उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो छोटे कस्बों से आकर बड़े सपने देखते हैं। उनकी कहानी इस बात का सबूत है कि सच्ची लगन, मेहनत और अनुशासन से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। बयाना का यह होनहार अब देश के नवनिर्माण में अहम भूमिका निभाने को तैयार है।