अलवर। राजनीतिक रूप से सक्रिय और प्रभावशाली महिला नेताओं में शामिल अलवर निवासी पूजा कपिल को एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी ने बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। उन्हें भाजपा महिला मोर्चा की ओर से आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए महिला मोर्चा की प्रभारी नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय अध्यक्ष बानती श्रीनिवास द्वारा की गई है। पूजा इससे पहले भी पश्चिम बंगाल चुनाव में इसी भूमिका का निर्वहन कर चुकी हैं।
राष्ट्रीय राजनीति में सक्रिय भूमिका
पूजा कपिल लंबे समय से भाजपा महिला मोर्चा में सक्रिय हैं। वे वर्तमान में भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं और संगठनात्मक तौर पर देशभर में कार्य कर रही हैं। उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा की शुरुआत अलवर से की और समय के साथ पार्टी संगठन में राष्ट्रीय स्तर तक का सफर तय किया।
पूजा कपिल राजस्थान की वह अकेली महिला भाजपा नेता हैं, जिन्हें महिला मोर्चा की ओर से किसी अन्य राज्य के विधानसभा चुनाव में प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है।
राजस्थान और दिल्ली दोनों में सक्रिय
राजस्थान में विधानसभा चुनाव 2023 के दौरान पूजा ने प्रदेश प्रवक्ता के तौर पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभाई थी। इससे पहले उन्होंने छात्र राजनीति में भी सक्रिय भूमिका निभाई थी। वे जयपुर और अलवर लोकसभा सीटों से भाजपा के टिकट की दावेदार भी रही हैं। विशेष रूप से 2024 लोकसभा चुनाव में जयपुर संसदीय क्षेत्र से उनका नाम काफी चर्चा में रहा, हालांकि अंतिम समय में टिकट मंजू शर्मा को दिया गया।
राजनीतिक सफर की झलक
—राजनीति की शुरुआत: छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय
—पहचान: महिला मोर्चा के ज़रिए संगठनात्मक मजबूती
—प्रमुख दायित्व: पश्चिम बंगाल और अब बिहार विधानसभा चुनाव प्रभारी
—राष्ट्रीय मंच पर कार्य: भाजपा महिला मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष
—टिकट की दावेदारी: अलवर और जयपुर से भाजपा उम्मीदवार की दावेदार
महिलाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत
पूजा कपिल का यह सफर उन महिलाओं के लिए एक मिसाल है जो राजनीति में सक्रिय योगदान देना चाहती हैं। उन्होंने अपने कार्य, अनुशासन और संगठनात्मक सूझबूझ से न केवल पार्टी नेतृत्व का विश्वास जीता, बल्कि राष्ट्रीय मंच पर भी अपने लिए जगह बनाई।
पूजा कपिल की बिहार चुनाव प्रभारी के रूप में नियुक्ति यह दर्शाती है कि भाजपा संगठन उन्हें एक प्रभावशाली, जिम्मेदार और रणनीतिक नेता मानता है। अलवर जैसे जिले से निकलकर राष्ट्रीय राजनीति में अपनी उपस्थिति दर्ज कराना न केवल उनकी व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि राजस्थान की महिलाओं के लिए भी गर्व का विषय है। अब सभी की निगाहें बिहार चुनाव में उनके प्रदर्शन पर टिकी हैं, जहां वे महिला मोर्चा की अहम भूमिका में होंगी।