राजा रघुवंशी हत्याकांड में धीरे-धीरे परतें खुलती जा रही हैं और अब पुलिस को एक और बड़ा सबूत हाथ लगा है, जिससे इस जघन्य हत्याकांड की गुत्थी और मजबूत होती जा रही है। बीते कुछ दिन पहले ही शिलॉन्ग पुलिस तीन आरोपियों को पूछताछ के लिए शिलॉन्ग ले गई थी। लेकिन शनिवार की रात जैसे ही शहर की रफ्तार धीमी हुई, एक बड़ा खुलासा सामने आया। सोनम रघुवंशी का वह बहुचर्चित बैग, जो हत्याकांड के बाद से गायब था, अब पुलिस की पकड़ में आ गया है।
यह वही बैग है जिसे गायब करने का आरोप प्रॉपर्टी डीलर शिलोम जेम्स पर था। पुलिस उसे दोबारा इंदौर लाई और देर रात उसके फ्लैट में तलाशी शुरू की। पुलिस की मेहनत रंग लाई जब जेम्स ने खुद स्वीकार किया कि उसने वह बैग रतलाम में अपने ससुराल में छुपाया है। इस कबूलनामे के बाद पुलिस ने फौरन एक्शन लेते हुए रविवार सुबह इंदौर से रतलाम के लिए कूच कर दिया।
पुलिस की रैपिड ऐक्शन टीम ने बरामद किया वह अहम बैग
दोपहर होते-होते शिलॉन्ग पुलिस की टीम रतलाम के मंगल मूर्ति नगर में पहुंची और शिलोम की निशानदेही पर उसके रिश्तेदार के घर से वही बैग बरामद किया गया जिसमें संभवतः सोने-चांदी के गहने रखे थे। यह घटनाक्रम पुलिस के लिए भी राहत भरा था क्योंकि कई दिनों से गहनों की तलाश जारी थी। सोनम जब इंदौर में रुकी थी, तभी शिलोम ने यह बैग वहां से चुपचाप निकालकर रतलाम पहुंचा दिया था।
सूत्रों के अनुसार, इस बैग को अब कब्जे में ले लिया गया है और आगे की जांच जारी है। हालांकि, शिलॉन्ग एसआईटी ने मीडिया के सामने अभी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं साझा की है।
शिलोम का कबूलनामा: ‘रतलाम में छिपाए सोनम और राजा के गहने’
इस सनसनीखेज केस में जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे कई चौंकाने वाले राज सामने आ रहे हैं। इंदौर के ट्रांसपोर्टर राजा रघुवंशी की हत्या के बाद पूरा प्रदेश सन्न रह गया था। अब इस केस में प्रॉपर्टी ब्रोकर शिलोम जेम्स, फ्लैट मालिक लोकेंद्र सिंह तोमर और सिक्योरिटी गार्ड को ट्रांजिट रिमांड पर शिलॉन्ग ले जाया गया था।
लेकिन चूंकि एसआईटी टीम के हाथ न तो लैपटॉप लगा था और न ही गहने, इसलिए उन्हें एक बार फिर इंदौर लौटना पड़ा। शिलोम ने खुद कबूला कि उसने गहनों को रतलाम में ठिकाने लगाया है, जिसके बाद पूरी टीम उसे लेकर वहां रवाना हुई।
हत्या की कहानी और सबूतों को छिपाने की साजिश—अब हो रहा हर परत से पर्दा उठ
गौरतलब है कि 23 मई को शिलॉन्ग में राजा रघुवंशी की हत्या हुई थी। इस मामले में उसकी पत्नी सोनम, उसके प्रेमी राज कुशवाह और तीन हत्यारों को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। सभी आरोपी फिलहाल शिलॉन्ग जेल में बंद हैं।
सोनम ने हत्या के बाद 25 मई को इंदौर का रुख किया और 31 मई से 8 जून तक देवास नाका क्षेत्र के एक फ्लैट में विशाल चौहान के नाम से रुकी थी। यह वही फ्लैट था जिसे शिलोम जेम्स से किराए पर लिया गया था। जाते वक्त सोनम एक काला ट्रॉली बैग वहीं छोड़ गई थी, जो अब इस केस की सबसे अहम कड़ी बन चुका है।
बैग में छिपा था बड़ा राज: पिस्टल, नकदी, गहने और लैपटॉप
उस बैग में मौजूद थी एक अवैध पिस्टल, पांच लाख रुपए नकद, लैपटॉप और राजा-सोनम के बहुमूल्य गहने। इन सबको लोकेंद्र, शिलोम और गार्ड बल्लू उर्फ बलवीर ने मिलकर गायब कर दिया था। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार किया और छह दिन की ट्रांजिट रिमांड पर लेकर 25 जून को फ्लाइट से शिलॉन्ग ले गई थी।
इससे पहले पुलिस की कड़ी मेहनत से इंडस्ट्री हाउस के नाले के पीछे से पिस्टल बरामद कर ली गई थी। लेकिन गहनों और लैपटॉप का कोई सुराग नहीं मिला था—जो अब धीरे-धीरे सामने आ रहा है।