
मोकामा विधानसभा क्षेत्र में जेडीयू प्रत्याशी अनंत सिंह के समर्थन में पहुंचे जेडीयू के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह के एक बयान ने बिहार की सियासत में हलचल मचा दी है। सोमवार (3 नवंबर 2025) को दिए गए इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया, जिसके बाद कांग्रेस और आरजेडी ने मोर्चा खोल दिया है। विपक्ष ने इसे लोकतांत्रिक प्रक्रिया के खिलाफ बताते हुए चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग की है।
विवादित बयान पर बवाल
वायरल वीडियो में ललन सिंह भीड़ को संबोधित करते हुए कहते नजर आ रहे हैं — “एक-दो नेता हैं, उन्हें चुनाव के दिन घर से बाहर न निकलने दें। अगर बहुत हाथ-पैर जोड़ें, तो कहिए हमारे साथ चलिए और वोट दीजिए।” इस बयान के सामने आते ही विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी। कांग्रेस ने अपने आधिकारिक एक्स (Twitter) हैंडल से वीडियो साझा करते हुए लिखा, “मोदी सरकार के मंत्री ललन सिंह का कहना है कि जो लोग BJP-JDU के खिलाफ वोट करने वाले हैं, उन्हें घर से बाहर न निकलने दो। क्या चुनाव आयोग इस पर कोई कार्रवाई करेगा, या फिर हमेशा की तरह BJP-JDU नेताओं पर मेहरबान रहेगा?”
जेडीयू ने दी सफाई
बयान पर मचे हंगामे के बीच जेडीयू की ओर से बचाव में प्रवक्ता नीरज कुमार सामने आए। उन्होंने कहा कि ललन सिंह के शब्दों को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है। उनके मुताबिक, “ललन सिंह ने किसी का नाम नहीं लिया। उन्होंने केवल एक नेता का संदर्भ दिया था। चुनाव प्रचार के दौरान बोलने की एक शैली होती है, उसी क्रम में यह बात कही गई। इसका मकसद किसी को धमकाना नहीं था।” नीरज कुमार ने विपक्ष पर पलटवार करते हुए कहा कि अगर आरजेडी नैतिकता की बात करती है, तो उसे पहले यह जवाब देना चाहिए कि लालू यादव जैसे सजायाफ्ता नेता रीतलाल यादव के समर्थन में प्रचार क्यों कर रहे हैं।
मोदी सरकार के मंत्री ललन सिंह का कहना है 👇
— Congress (@INCIndia) November 4, 2025
जो लोग BJP-JDU के खिलाफ वोट करने वाले हैं, चुनाव के दिन उन्हें घर से निकलने मत दो।
• क्या निष्पक्ष चुनाव आयोग इसपर कोई एक्शन लेगा?
• या हर बार की तरह BJP-JDU के नेताओं को पुचकारता रहेगा. pic.twitter.com/dpTz0YmrSv
विपक्ष का पलटवार
आरजेडी सांसद मनोज झा ने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री जी से पूछिए कि ऐसे बयानों पर उनकी जुबान क्यों बंद हो जाती है। जो लोग लोकतंत्र की दुहाई देते हैं, वे चुनाव के दौरान ऐसे गैरकानूनी शब्दों पर मौन क्यों हैं? चुनाव आयोग को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए।”
चुनाव आयोग की नजर
सूत्रों के अनुसार, बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने इस बयान को गंभीरता से लिया है। आयोग ने मामले की प्रारंभिक जांच शुरू कर दी है और ललन सिंह को नोटिस जारी करने की तैयारी में है।














