रामायण एक्सप्रेस में भगवा पहनकर जूठे बर्तन उठा रहे वेटर, साधु-संतों ने जताई नाराजगी, ट्रेन रोकने की कही बात

By: Pinki Mon, 22 Nov 2021 12:25:49

रामायण एक्सप्रेस में भगवा पहनकर जूठे बर्तन उठा रहे वेटर, साधु-संतों ने जताई नाराजगी, ट्रेन रोकने की कही बात

IRCTC ने भगवान राम से जुड़े तीर्थ स्थलों के दर्शन के लिए 'श्री रामायण यात्रा' ट्रेन का परिचालन शुरू किया है। देश की पहली रामायण सर्किट ट्रेन 7 नवंबर को दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से रवाना हो चुकी है। IRCTC ने धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ‘देखो अपना देश’ पहल के तहत चलाई है। इस डीलक्स एसी टूरिस्ट ट्रेन से भगवान श्रीराम से जुड़े सभी धार्मिक स्थलों का भ्रमण और दर्शन कराया जाता है। लेकिन रामायण सर्किट स्पेशल ट्रेन को लेकर एक विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, इस ट्रेन के वेटर्स को भगवा कपड़े, धोती, पगड़ी और रुद्राक्ष की माला पहनाई गई है। ट्रेन में सर्विस देने वाले वेटर्स की ड्रेस पर उज्जैन के साधु-संतों ने आपत्ति जताई है।
संतों का कहना है कि यह उनका अपमान है। ट्रेन के वेटर्स को कोई दूसरी ड्रेस पहनाई जानी चाहिए। उज्जैन के संतों ने रेल मंत्री को चिट्‌ठी लिखकर 12 दिसंबर को शुरू होने वाले ट्रेन की अगली ट्रिप का विरोध करने की चेतावनी दी है। नाराज संतों ने ट्रेन रोकने की बात भी कही है।

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अखाड़ा परिषद के पूर्व महामंत्री परमहंस अवधेश पुरी महाराज ने कहा है कि जल्द ही वेटर्स की वेशभूषा को बदला जाए, वरना 12 दिसंबर को निकलने वाली अगली ट्रेन का संत समाज विरोध करेगा और ट्रेन के सामने हजारों हिन्दुओं को लेकर प्रदर्शन किया जाएगा।

आपको बता दे, दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से चलने वाली इस ट्रेन का पहला पड़ाव प्रभु श्री राम का जन्म स्थान अयोध्या है।इसके बाद ट्रेन सीतामढ़ी जाएगी, जहां जानकी जन्म स्थान और नेपाल के जनकपुर स्थित राम जानकी मंदिर के दर्शन होंगे। ट्रेन का अगला पड़ाव काशी होगा, जहां से पर्यटक बसों के जरिए काशी के प्रसिद्ध मंदिरों सहित सीता समाहित स्थल, प्रयाग, श्रृंगवेरपुर और चित्रकूट की यात्रा करेंगे।

चित्रकूट से यह ट्रेन नासिक पहुंचती है, जहां पंचवटी और त्रयंबकेश्वर मंदिर का भ्रमण कराया जाता। नासिक से किष्किंधा नगरी हंपी, जहां अंजनी पर्वत स्थित श्री हनुमान जन्मस्थल और का दर्शन कराया जाता है। इस ट्रेन का अंतिम पड़ाव रामेश्वरम है, जहां धनुषकोटी के दर्शन कराते हैं। रामेश्वरम से चलकर यह ट्रेन 17वें दिन वापस लौटती है। रेल और सड़क मार्ग की यात्रा को मिला दें तो यह यात्रा 7500 किलोमीटर की है।

बता दे, रामायण एक्सप्रेस ट्रेन की अगली ट्रिप 12 दिसंबर से शुरू होने वाली है। इसके लिए IRCTC की वेबसाइट पर ऑनलाइन बुकिंग कराई जा सकती है। बुकिंग पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर होगी। एसी फर्स्ट क्लास में यात्रा के लिए प्रति व्यक्ति 1 लाख 02 हजार 95 और सेकेंड एसी में सफर के लिए प्रति व्यक्ति 82,950 रुपए किराया तय किया गया है। ट्रेन में यात्रा के लिए 18 साल से ज्यादा उम्र के हर यात्री को कोविड के दोनों टीके लगवाना जरूरी है।

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