
नई दिल्ली से वाराणसी जा रहे स्पाइसजेट के विमान में उस समय अफरातफरी मच गई, जब विमान में एक युवक ने अचानक इमरजेंसी गेट खोलने की कोशिश की। उस पर क्रू मेंबर्स ने अन्य यात्रियों की मदद से काबू पाया। वाराणसी में लैंडिंग होने पर उसे CISF के हवाले किया गया। विमान में मौजूद यात्रियों ने बताया कि शख्स की दिमागी हालत ठीक नहीं थी और वह बार-बार इमरजेंसी गेट खोलने की जिद्द कर रहा था। एक समय ऐसा लगा कि वह गेट खोल देगा लेकिन मौके पर मौजूद लोगों ने उसे काबू में किया। एक यात्री ने बताया, 'शख्स की मानसिक स्थिति सही नहीं थी और वह कुछ भी कर सकता था। हमने उसे विमान के लैंड होने तक पकड़कर रखा और किसी तरह बाकी यात्रियों की जान बचाई।' यात्री ने आगे कहा, 'उस समय विमान में 89 यात्री मौजूद थे और यदि गलती से भी इमरजेंसी गेट खुल जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था।'
दरअसल, शनिवार को नई दिल्ली से स्पाइस जेट के विमान ने 2 बजकर 22 मिनट पर वाराणसी के लिए उड़ान भरी। इस विमान में हरियाणा के गुरुग्राम के रहने वाले गौरव खन्ना के अलावा उस वक्त 89 यात्री सवार थे। जानकारी के अनुसार, विमान आसमान में करीब 23 हजार फीट ऊंचाई पर था। अचानक गौरव खन्ना अपनी सीट से उठा और इमरजेंसी गेट के करीब पहुंचकर उसे खोलने की कोशिश करने लगा। यह देखकर अन्य यात्री घबरा गए और शोर मचाने लगे। आनन-फानन में क्रू मेंबर व विमान में सवार कुछ यात्रियों ने उसे पकड़ लिया।
क्रू मेंबर ने उसे समझाने का प्रयास किया, लेकिन वह नहीं माना तो उसे करीब 40 मिनट तक दबोचे रखा। पायलट ने इस हंगामे की सूचना एयर ट्रैफिक कंट्रोल को दी। वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट पर विमान के लैंडिंग के साथ उसे CISF को सौंपा गया। उसके बाद पिंडरा स्वास्थ्य केंद्र ले जाकर उसका स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया। लोकल पुलिस ने आरोपी गौरव खन्ना का शांति भंग में चालान किया।














