कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली सरकार ने आज अपना पूरा रोड मैप पेश किया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को सभी विभागों के साथ इस मुद्दे पर मीटिंग की। इसके बाद उन्होंने कहा कि हमने 3 लाख टेस्ट रोज करने की क्षमता हासिल कर ली है। हमारी तैयारियां ऐसी हैं कि हम रोजाना 1 लाख मामलों को संभाल सकते हैं। गुरुवार को दिल्ली में 57 हजार टेस्ट किए गए हैं। बता दे, दिल्ली में ओमिक्रॉन के 64 मरीज सामने आ चुके है जिसमें से 23 मरीजों को इलाज के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है।
सीएम अरविंद केजरीवाल डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए बताया कि ओमिक्रॉन के तेजी से प्रसार होने और उसके माइल्ड सिम्टम होने की उम्मीद जताई गई है। एक्सपर्ट की राय पर आने वाले मरीजों की संख्या के मुताबिक तैयारियां की जा रही हैं। सरकार ने मरीजों का इलाज अस्पताल की बजाय घर पर ही होम आइसोलशन में करने की व्यवस्था को और मजबूत बनाने का फैसला किया है।
उनका कहना है कि ओमिक्रॉन के मामले तेजी से आएंगे लेकिन इसमें सिम्टम बहुत ही माइल्ड होते हैं। डेथ रेट ज्यादा नहीं होता है। इसलिए इन मरीजों का इलाज सरकार घर पर ही करने की तैयारी कर रही है। मीटिंग में स्वास्थ्य सेवाओं खासकर होम आइसोलेशन व्यवस्था को मजबूत बनाने की रणनीति पर खास चर्चा हुई है।
केजरीवाल ने कहा कि हल्के लक्षण वाले संक्रमित अस्पताल जाने की जल्दबाजी न दिखाएं। उनके होम आइसोलेशन का सिस्टम मजबूत किया जा रहा है। संक्रमितों को घर पर ही दवा पहुंचाई जाएगी। दवा की पर्याप्त उपलब्धता के लिए दो महीने का स्टॉक तैयार किया जा रहा है। साथ ही ऑक्सीजन की भी व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए 15 ऑक्सीजन टैंकर मंगाए जा रहे हैं। इनकी डिलीवरी अगले तीन हफ्ते में हो जाएगी। उन्होंने लोगों से पूरी तरह कोरोना से बचाव के नियमों का पालन करने की भी अपील की।