नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और मालदा में वक्फ संशोधन कानून को लेकर भड़की हिंसा के बाद अब राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने इस गंभीर घटना का स्वत: संज्ञान लेते हुए जांच के लिए चार सदस्यीय समिति गठित की है। समिति की अध्यक्षता स्वयं एनसीडब्ल्यू की चेयरपर्सन विजया रहाटकर करेंगी।
यह समिति गुरुवार को कोलकाता पहुंचेगी और शुक्रवार को मालदा का दौरा कर हिंसा से प्रभावित महिलाओं और विस्थापित परिवारों से मुलाकात करेगी। साथ ही, समिति मालदा के पुलिस अधीक्षक और जिला मजिस्ट्रेट सहित अन्य अधिकारियों के साथ बैठक भी करेगी।
महिला आयोग के एक अधिकारी ने जानकारी दी, “पश्चिम बंगाल में हुई इस गंभीर और पीड़ादायक घटना का आयोग ने स्वत: संज्ञान लिया है। इसके बाद चेयरपर्सन विजया रहाटकर के नेतृत्व में एक जांच समिति गठित की गई है, जो हिंसा से जुड़े हालात की पड़ताल करेगी।”
गौरतलब है कि मुर्शिदाबाद जिले के धूलियन के मंदिरपाड़ा क्षेत्र में वक्फ कानून को लेकर सांप्रदायिक तनाव के दौरान कई महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और हिंसा की खबरें सामने आई थीं। इसी कारण सैकड़ों महिलाएं जान बचाकर भागने को मजबूर हो गईं और भागीरथी नदी पार कर मालदा जिले में शरण ली।
आयोग ने अपनी टिप्पणी में कहा, “ये महिलाएं अपने घरों से उजड़ चुकी हैं, असुरक्षा और गहरे मानसिक आघात की स्थिति में हैं। उन्हें न्याय और पुनर्वास की जरूरत है।”
समिति में विजया रहाटकर के अलावा आयोग की सदस्य डॉ. अर्चना मजूमदार और डिप्टी सेक्रेटरी डॉ. शिवानी डे भी शामिल होंगी, जो पूरे मामले की गहराई से जांच सुनिश्चित करेंगी।
शनिवार को यह समिति मुर्शिदाबाद के हिंसा प्रभावित इलाकों — शमशेरगंज, जफराबाद और अन्य क्षेत्रों का दौरा करेगी। वहां स्थानीय पीड़ितों और उनके परिजनों से बातचीत की जाएगी, साथ ही जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर ज़मीनी हालात की जानकारी जुटाई जाएगी।
अधिकारियों के मुताबिक, "समिति यह जांच करेगी कि हिंसा किन परिस्थितियों में भड़की, प्रशासन ने क्या कदम उठाए, और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कौन से उपाय किए जा सकते हैं।"
यह समिति स्वतंत्र रूप से स्थान, समय और प्रक्रिया निर्धारित करने के लिए अधिकृत होगी तथा सभी संबंधित पक्षों से तथ्यात्मक जानकारी जुटाकर अपनी रिपोर्ट तैयार करेगी।