538 करोड़ की धोखाधड़ी के मामले में जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल गिरफ्तार

By: Rajesh Bhagtani Sat, 02 Sept 2023 11:24:33

538 करोड़ की धोखाधड़ी के मामले में जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल गिरफ्तार

नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बैंक धोखाधड़ी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल को गिरफ्तार कर लिया है। ईडी के अधिकारी ने शुक्रवार को इसके बारे मे जानकारी दी है। अधिकारी ने बताया कि 74 वर्षीय गोयल को शनिवार को मुंबई में विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया जाएगा और ईडी उनकी हिरासत की मांग करेगी।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि केनरा बैंक से 538 करोड़ रुपये की कथित बैंक धोखाधड़ी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने शुक्रवार देर रात गोयल को गिरफ्तार किया। इससे पहले दिन में, मुंबई स्थित केंद्रीय एजेंसी के कार्यालय में लंबी पूछताछ के बाद उन्हें धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत हिरासत में लिया गया था।

उन पर 538 करोड़ रुपए के घोटाला का आरोप है। गोयल को आज 2 सितंबर को स्पेशल PMLA कोर्ट में पेश किया जाएगा। ED हिरासत की मांग करेगी। इसके पहले ED ने उन्हें दो बार पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वो पेश नहीं हुए थे।

पिछले साल नवंबर में केनरा बैंक ने नरेश गोयल, उनकी पत्नी अनीता सहित अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत की थी। इस शिकायत के बाद मई 2023 में CBI ने फ्रॉड केस दर्ज किया। बाद में ED ने भी मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया।

बैंक का आरोप- पैसों की हेराफेरी की गई

केनरा बैंक ने आरोप लगाया था कि जेट एयरवेज की फोरेंसिक ऑडिट में पाया गया कि जेट ने अपने से जुड़ी कपंनियों यानी 'रिलेटेड कंपनियों' को 1,410.41 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए। ऐसा कंपनी के अकाउंट से पैसा निकालने के लिए किया गया।

गोयल परिवार के पर्सनल खर्चे - जैसे स्टाफ की सैलरी, फोन बिल और व्हीकल एक्सपेंस, सब जेट एयरवेज से ही होते थे। गोयल ने 1993 में जेट एयरवेज की स्थापना की थी। 2019 में एयरलाइन का चेयरमैन पद छोड़ दिया था।

बैंक ने आरोप लगाया कि कंपनी के फोरेंसिक आडिट से पता चला कि उसने कुल कमीशन खर्चों में से ''संबंधित कंपनियों'' को 1,410.41 करोड़ रुपये का भुगतान किया। इस तरह यह धन कंपनी से निकाल लिया गया। इसमें कहा गया कि गोयल परिवार के कर्मचारियों के वेतन, फोन बिल और वाहन खर्च जैसे व्यक्तिगत खर्चों का भुगतान जेआइएल द्वारा किया गया था।

इन आरोपों के अलावा, फारेंसिक आडिट मे यह सामने आया कि सहायक कंपनी जेएलएल के माध्यम से अग्रिम भुगतान और निवेश के माध्यम से धन की हेराफेरी की गई और बाद में प्रविधान कर उसे बट्टे खाते में डाल दिया गया।

अप्रैल 2019 से बंद है जेट एयरवेज

जेट एयरवेज एक समय भारत की सबसे बड़ी प्राइवेट एयरलाइंस में से एक थी और एयरलाइन को साउथ एशियन नेशन की सबसे बड़ी प्राइवेट एयरलाइन का दर्जा हासिल था। फिर, कर्ज में दबे होने के कारण जेट एयरवेज 17 अप्रैल 2019 में ग्राउंडेड हो गई थी।

जून 2021 में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) के बैंकरप्सी रिजॉल्यूशन प्रोसेस के तहत जालान-कालरॉक (Jalan-Kalrock) कंसोर्टियम ने जेट एयरवेज की बोली जीत ली। इसके बाद से जेट के रिवाइवल की प्रोसेस चल रही है, लेकिन अब तक एयरलाइन शुरू नहीं हो पाई है।

ये कंसोर्टियम मुरारी लाल जालान और कालरॉक कैपिटल की जॉइंट कंपनी है। जालान एक दुबई बेस्ड बिजनेसमैन हैं। वहीं कालरॉक कैपिटल मैनेजमेंट लिमिटेड फाइनेंशियल एडवाइजरी और ऑल्टरनेटिव एसेट मैनेजमेंट के क्षेत्र में काम करने वाली लंदन बेस्ड ग्लोबल फर्म है।

पढ़ें Hindi News ऑनलाइन lifeberrys हिंदी की वेबसाइट पर। जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश से जुड़ीNews in Hindi

Home | About | Contact | Disclaimer| Privacy Policy

| | |

Copyright © 2025 lifeberrys.com