जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद से पाकिस्तान की नींद उड़ चुकी है। भारत के संभावित बदले को लेकर पाकिस्तान भयभीत है। ऐसा माना जा रहा है कि इस बार भारत का जवाब ऐसा होगा जिसे पाकिस्तान कभी भूल नहीं पाएगा। हमले को अंजाम देने वाले आतंकी भी पीओके में ट्रेनिंग लेकर आए थे। यही कारण है कि भारतीय सेना अब सीधे आतंक के सबसे बड़े ठिकानों को निशाना बना सकती है। इस बार उम्मीद की जा रही है कि पाकिस्तान को स्थायी सबक सिखाया जा सकता है।
पाकिस्तान को डर सता रहा है कि कहीं भारतीय सेना POK में स्थायी रूप से न तैनात हो जाए। इसी आशंका के चलते वहां युद्ध जैसी तैयारियां चल रही हैं। स्थानीय लोगों को भी हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। बढ़ते तनाव को देखते हुए पाकिस्तान सरकार ने POK में पर्यटकों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। इस फैसले के पीछे भारत की संभावित कार्रवाई को मुख्य कारण माना जा रहा है। यही वजह है कि पाकिस्तान ने सुरक्षा इंतज़ाम पहले से शुरू कर दिए हैं।
हमले के बाद से पाकिस्तान लगातार भय में जी रहा है। POK हाथ से निकल जाने की आशंका इतनी गहरी है कि वहां लाउडस्पीकर से अजान तक बंद कर दी गई है। भारत का निशाना इस बार आतंक के सबसे बड़े ठिकानों पर है। अगर पाकिस्तान POK को खोता है तो उसे भारी पछतावा होगा। इसी डर से पीओके के लोग राशन और जरूरी सामान जमा करने लगे हैं। पूरे इलाके के होटल और मदरसे बंद कर दिए गए हैं।
भारत के डर से नाकेबंदी और सख्ती
POK में कई तरह की पाबंदियां लगाई जा चुकी हैं और पूरा क्षेत्र बड़ी जंग के लिए तैयार हो रहा है। पाकिस्तान ने पीओके की नाकेबंदी कर दी है। आवश्यक दवाएं, राशन और गैस सिलेंडर वहां भेजे गए हैं। लोगों को खाना और जरूरी सामान जमा करने के निर्देश दिए गए हैं।
प्रशासन ने करीब 1000 मदरसों को बंद कर दिया है, क्योंकि पाकिस्तान को डर है कि भारत इन्हें आतंकी ट्रेनिंग कैंप बताकर कार्रवाई कर सकता है। सभी होटल खाली करा दिए गए हैं और बंद कर दिए गए हैं। शादी समारोहों के हॉल भी बंद हैं। आतिशबाजी पर भी रोक लगा दी गई है। इतना ही नहीं, अब पीओके में लाउडस्पीकर से अजान देने पर भी पाबंदी लगाई गई है।
डर और दहशत में डूबा पाकिस्तान
पाकिस्तान पर एक बार फिर डर का साया है और POK को लेकर भारी दहशत का माहौल है। भारत के पास पीओके को वापस लेने का सही मौका आ चुका है। जिस पीओके पर पाकिस्तान ने जबरन कब्जा किया हुआ है, वहां अब तिरंगा लहराने की तैयारी हो रही है। इस बार न केवल आतंक के अड्डों को नेस्तनाबूद किया जाएगा, बल्कि उन्हें हमेशा के लिए मिटाने का ब्लूप्रिंट भी तैयार किया जा रहा है।
पाकिस्तान में खौफ साफ नजर आ रहा है। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने सऊदी अरब और यूएई से संपर्क किया है। पाकिस्तान पहलगाम हमले को लेकर हर जगह सफाई दे रहा है। उसने डेनमार्क से भी संपर्क साधा है। चीन के लिए भी यह मुश्किल वक्त है क्योंकि पीओके में उसके अरबों डॉलर के प्रोजेक्ट चल रहे हैं। चीन के राजदूत लगातार पाकिस्तानी सेना से संपर्क में हैं। लेकिन इन तमाम प्रयासों के बावजूद पाकिस्तान डर-डर कर जीने को मजबूर हो गया है।