सोने के भावों से चमका सर्राफा बाजार, 450 रुपये की तेजी के साथ 79,000 प्रति 10 ग्राम के पार हुआ
By: Rajesh Bhagtani Thu, 17 Oct 2024 6:36:41
नई दिल्ली। भारत में इन दिनों गोल्ड अर्थात सोने की कीमतों में भारी बढ़ोतरी हो रही है। पिछले एक माह से सोना प्रतिदिन नए कीर्तिमान रच रहा है। राष्ट्रीय राजधानी में सोने की कीमत गुरुवार को 450 रुपये बढ़कर 79,350 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई।
पीटीआई के अनुसार, 99.9 प्रतिशत शुद्धता वाली कीमती धातु बुधवार को पिछले सत्र में 78,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुई थी। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार, आभूषण विक्रेताओं और स्टॉकिस्टों की सतत खरीदारी के कारण कीमतें तेज हो गईं। हालांकि, चांदी 93,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर स्थिर रही।
अखिल भारतीय सर्राफा संघ के मुताबिक, लगातार दूसरे दिन तेजी के साथ 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 450 रुपये चढ़कर 78,950 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। व्यापारियों ने कहा कि त्योहारी मांग को पूरा करने के लिए स्थानीय आभूषण विक्रेताओं की बढ़ी हुई खरीदारी और वैश्विक बाजारों में कीमती धातुओं की कीमतों में तेजी के कारण सोने की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गईं हैं।
खबर के मुताबिक, मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर वायदा कारोबार में दिसंबर डिलीवरी के लिए सोने के अनुबंध 77,019 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गए। हालांकि, दिसंबर डिलीवरी के लिए चांदी के अनुबंध 181 रुपये या 0.2 प्रतिशत की गिरावट के साथ 92,002 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गए। एशियाई बाजार के घंटों में, कॉमेक्स सोना वायदा 0.43 प्रतिशत बढ़कर 2,703 डॉलर प्रति औंस हो गया।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज में कमोडिटी रिसर्च के वरिष्ठ विश्लेषक मानव मोदी ने कहा कि अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में कमजोरी और प्रमुख केंद्रीय बैंकों द्वारा दरों में कटौती की उम्मीद के साथ-साथ चल रहे भू-राजनीतिक संघर्षों से गैर-उपज वाले बुलियन में बढ़त के कारण सोना रिकॉर्ड ऊंचाई की ओर बढ़ गया। यूरोपीय सेंट्रल बैंक गुरुवार को बाद में एक और दर कटौती करने के लिए तैयार है, जबकि मुद्रास्फीति में गिरावट ने बैंक ऑफ इंग्लैंड द्वारा अगले महीने दर कटौती का संकेत दिया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक - कमोडिटीज, सौमिल गांधी कहते हैं कि सोना गुरुवार को नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया। सुरक्षित निवेश की मांग और लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन (एलबीएमए) के सकारात्मक दृष्टिकोण ने बुलियन कीमतों में हाल की तेजी को समर्थन दिया।