केंद्र सरकार ने वापस लिया ब्याज दर घटाने का फैसला, PPF, NSC और SSY पर पहले की तरह मिलेगा रिटर्न
By: Pinki Thu, 01 Apr 2021 09:18:15
केंद्र सरकार द्वारा छोटी बचत योजनाओं (Small Saving Schemes) पर ब्याज दरों में कटौती की घोषणा के कुछ ही घंटों के बाद इस फैसले को वापिस ले लिया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ट्वीट कर ये जानकारी दी है। वित्त मंत्रालय की ओर से NSC और PPF सहित छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरों में कटौती की अधिसूचना जारी करने के कुछ घंटों बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस आदेश को वापस लेने की घोषणा की है। उन्होंने आने ट्वीट में लिखा कि छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरें पहले की तरह बनी रहेंगी जो 2020-2021 की अंतिम तिमाही में थीं। कल शाम जो आदेश जारी किया गया था उसे वापस लिया जा रहा है। इन योजनाओं में किसान विकास पत्र (KVP), वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS), पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) एवं सुकन्या समृद्धि योजना शामिल हैं।
Interest rates of small savings schemes of GoI shall continue to be at the rates which existed in the last quarter of 2020-2021, ie, rates that prevailed as of March 2021.
— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) April 1, 2021
Orders issued by oversight shall be withdrawn. @FinMinIndia @PIB_India
सुकन्या समृद्धि योजना (SSY)
सुकन्या समृद्धि योजना लोगों के बीच काफी लोकप्रिय स्कीम है। सुकन्या समृद्धि योजना पर मिलने वाले ब्याज को सरकार ने 7.6% से घटाकर 6.9% (0.7% की कटौती) कर दिया गया था। लेकिन अब पहले की तरह ही रहेंगी।
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)
PPF मिडिल क्लास के लिए सबसे लोकप्रिय टैक्स सेविंग्स स्कीम है। इसकी ब्याज दर पहले 7.1% हुआ करती थी लेकिन सरकार द्वारा इसके ब्याज में 0.7% की कटौती कर दी थी जिसके बाद इसकी नई दर 6.4% हो गई थी। लेकिन अब यह पहले की तरह रहेगी।
वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS)
केंद्र सरकार ने सीनियर सिटीजंस सेविंग स्कीम पर मिलने वाले ब्याज को 7.4% से घटाकर 6.5% कर दिया था।
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट्स (NSC)
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट्स (NSC) पर ब्याज दर को 6.8% से घटाकर 5.9% कर दी थी। लेकिन अब पहले की तरह ही रहेंगी।
किसान विकास पत्र (KVP)
केंद्र सरकार के ब्याज कटौती के फैसले से किसान विकास पत्र पर दोहरी मार पड़ी थी। क्योंकि इस पर ब्याज दरों में कटौती के साथ ही इसकी अवधि को 124 महीने से बढ़ाकर 138 दिन कर दिया था। लेकिन अब ये पहले जैसी ही रहेगी। किसान इस योजना से अच्छा ब्याज हासिल कर लेते हैं।