पूर्व सीएम लालू यादव के बेटे और विधायक तेज प्रताप यादव के इशारे पर डांस करना एक पुलिसकर्मी को भारी पड़ गया। कांस्टेबल दीपक कुमार, जो तेज प्रताप के अंगरक्षक के रूप में तैनात थे, को इस घटना के बाद हटा दिया गया है। उनकी जगह अब एक अन्य सिपाही को प्रतिनियुक्त किया गया है। पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कार्यालय से इस संबंध में आधिकारिक जानकारी दी गई है। इसके अलावा, डांस करने वाले पुलिसकर्मी को लाइन हाजिर भी कर दिया गया है।
घटना होली के मौके की है, जब तेज प्रताप यादव ने एक पुलिसकर्मी को धमकी देते हुए जबरन डांस करने पर मजबूर किया। इस घटना का वीडियो वायरल हो चुका है, जिसमें तेज प्रताप स्टेज पर बैठे दिख रहे हैं और माइक लेकर लोगों को निर्देश दे रहे हैं। वीडियो में वे पुलिसकर्मी से 'ठुमका' लगाने को कहते हैं और बात न मानने पर सस्पेंड कराने की धमकी भी देते हैं। यह घटना पटना स्थित तेज प्रताप यादव के घर पर आयोजित कार्यक्रम की बताई जा रही है।
इस वीडियो के सामने आने के बाद बिहार की राजनीति में हलचल मच गई है। जेडीयू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव रंजन ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अब बिहार में ऐसी हरकतों के लिए कोई जगह नहीं है।
तेज प्रताप यादव के वायरल वीडियो पर भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, "जैसा बाप, वैसा बेटा।" पहले, लालू प्रसाद यादव मुख्यमंत्री रहते हुए कानून को अपने इशारों पर नचाते थे और बिहार को जंगल राज में धकेल देते थे। अब बेटा, सत्ता में न होते हुए भी, धमकी और दबाव के जरिए कानून व उसके रक्षकों को अपनी मर्जी से चलाने की कोशिश कर रहा है।
शहजाद पूनावाला ने आगे कहा, "तेज प्रताप यादव पुलिसकर्मियों को नाचने पर मजबूर करते हैं और उनकी बात न मानने पर निलंबन की धमकी देते हैं। इससे साफ होता है कि राजद का शासन जंगल राज से अलग कुछ नहीं है। अगर गलती से भी उन्हें सत्ता मिल गई, तो वे कानून तोड़ेंगे और उसके रखवालों को अपने इशारों पर नचाएंगे। यह तो महज एक ट्रेलर है। इसलिए, ऐसे लोगों को सत्ता से दूर रखना बेहद जरूरी है।"