बढ़ते कोरोना के बीच दिल्ली में और कड़ी हो सकती हैं पाबंदियां, बदल सकते हैं यह नियम

By: Pinki Mon, 10 Jan 2022 2:56:07

बढ़ते कोरोना के बीच दिल्ली में और कड़ी हो सकती हैं पाबंदियां, बदल सकते हैं यह नियम

दिल्ली में कोरोना की रफ्तार अब बेकाबू हो चुकी है। दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 22,751 केस सामने आए हैं। इतना ही नहीं इस दौरान 17 लोगों ने अपनी जान गंवाई है। हालांकि, इस दौरान 10179 लोग ठीक हुए हैं। एक्टिव केस बढ़कर 60733 हो गए हैं। अब तक राजधानी में 14,63,837 लोग ठीक हो चुके हैं। दिल्ली में पॉजिटिविटी रेट बढ़कर 23.53% पहुंच गया है। दिल्ली सरकार की तरफ से कोरोना की रफ्तार को रोकने के लिए लगाए गए नाइट कर्फ्यू और वीकेंड कर्फ्यू फैल हो गए है ऐसे में केजरीवाल सरकार कुछ और पाबंदियां लगा सकती है। बताया जा रहा है कि होटल रेस्टोरेंट में बैठकर खाने पर पाबंदी लग सकती है। हालांकि, रेस्टोरेंट से होम डिलीवरी और टेकअवे की सुविधा जारी रहेगी।

दरअसल, सोमवार को दिल्ली में तेजी से बढ़ रहे केसों को लेकर दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (DDMA) की बैठक हुई। इस बैठक में कुछ और पाबंदियां लगाने पर सहमति बनी है। बैठक में लोगों को होम आइसोलेशन में कैसे सुविधा दी जाए इस पर चर्चा हुई। वहीं 1 दिन में 1 लाख नए मामले आते हैं तो इसके लिए क्या तैयारियां हैं इसको लेकर भी विचार किया गया है। बैठक में बस और मेट्रो को 50% की क्षमता पर चलाए जाने पर भी चर्चा हुई। वहीं साप्ताहिक बाजार को लेकर भी चर्चा हुई की क्यों न एक जोन में ही जगह देखकर मार्केट लगाई जाए।

गौरतलब है कि दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट ऑथोरिटी (DDMA) की महत्वपूर्ण बैठक वर्चुअल माध्यम से उपराज्यपाल अनिल बैजल की अध्यक्षता में शुरू हुई। बैठक में सीएम अरविंद केजरीवाल, उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन, रेवेन्यू मिनिस्टर कैलाश गहलोत, मुख्य सचिव विजय देव और स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारी मौजूद रहे। वहीं नीती आयोग के सदस्य डॉक्टर वी के पॉल और डॉक्टर रणदीप गुलेरिया ने भी मीटिंग में शिरकत की।

हम WhatsApp पर हैं। नवीनतम समाचार अपडेट पाने के लिए हमारे चैनल से जुड़ें... https://whatsapp.com/channel/0029Va4Cm0aEquiJSIeUiN2i
पढ़ें Hindi News ऑनलाइन lifeberrys हिंदी की वेबसाइट पर। जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश से जुड़ीNews in Hindi

Home | About | Contact | Disclaimer| Privacy Policy

| | |

Copyright © 2024 lifeberrys.com