यूपी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को आज बुधवार को बड़ा झटका लगा है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की उपस्थिति में पूर्व केंद्रीय मंत्री और युवा कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद भाजपा में शामिल हो गए है। बता दें कि भाजपा के सांसद और राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल बलूनी ने बुधवार सुबह एक ट्वीट कर जितिन प्रसाद के भाजपा में शामिल होने की ओर इशारा कर दिया था।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और भाजपा सांसद अनिल बलूनी की मौजूदगी में प्रसाद ने पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। बलूनी ने इस अवसर पर कहा कि भाजपा की नीति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व से प्रभावित होकर जितिन प्रसाद भाजपा परिवार में शामिल हुए हैं। हम उनका स्वागत करते हैं। भाजपा में शामिल होने से पहले प्रसाद ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की।
पार्टी हाईकमान से नाराज थे
कांग्रेस के बड़े ब्राह्मण चेहरों में से एक जितिन प्रसाद पिछले कई दिनों से पार्टी हाईकमान से नाराज थे। वह यूपी कांग्रेस के कुछ नेताओं से अपनी नाराजगी जाहिर भी कर चुके थे, लेकिन फायदा नहीं हुआ। ज्योतिरादित्य सिंधिया के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की टीम से जितिन प्रसाद के रूप में एक और बेहद अहम विकेट गिरा है।
बीजेपी में शामिल होने के पीछे बताई ये वजह
बता दे, तीन दशक तक जितिन प्रसाद का परिवार कांग्रेस से जुड़ा रहा और उन्होंने बीजेपी में शामिल होते हुए खुद बताया कि आखिर उन्होंने कांग्रेस क्यों छोड़ी? जितिन प्रसाद ने बताया कि बीजेपी में शामिल होने का फैसला बहुत सोच समझकर लिया है। जिस दल (कांग्रेस) में था वह मुझे महसूस होने लगा कि हम लोग राजनीति करने लगे हैं। राजनीतिक एक माध्यम या दल एक माध्यम है लेकिन जब आप अपने लोगों के हितों की रक्षा नहीं कर सकते। अगर उनके लिए काम नहीं कर पाते हैं तो आपका उस दल में और राजनीति में रहने का क्या मकसद? यहीं मेरे मन में आया कि आप चाहे देश में हो, राज्य में हो या जिले में हो अगर आप अपने लोगों का काम नहीं आ सकते, उनकी सहायता नहीं कर सकते हो तो फिर क्या फायदा। यहीं बात मुझे महसूस होने लगा था कि मैं वह काम कांग्रेस पार्टी में नहीं कर पा रहा हूं।
प्रधानमंत्री नए भारत का निर्माण कर रहे हैं
जितिन प्रसाद ने कहा कि पिछले 8-10 वर्षों में मैंने महसूस किया है कि अगर कोई एक पार्टी है जो वास्तव में राष्ट्रीय है, तो वह भाजपा है। अन्य दल क्षेत्रीय हैं, लेकिन यह राष्ट्रीय दल है, आज देश जिस स्थिति से गुजर रहा है, अगर कोई राजनीतिक दल या नेता देश के हित के लिए खड़ा है, तो वह भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नए भारत का निर्माण कर रहे हैं और अब उसमें एक छोटा सा योगदान मुझे भी करने को मिलेगा। यह योगदान भारत के प्रति और आने वाले पीढ़ियों के प्रति होगा।
अब मेरा काम बोलेगा
उन्होंने कहा कि अब मैं बीजेपी में शामिल हो गया हूं जो इतना मजबूत संगठन है और मैं उसकी जरिए अब समाज सेवा करूंगा। अंत में उन्होंने कहा कि मैं ज्यादा बोलना नहीं चाहता हूं और अब मेरा काम बोलेगा। मैं बीजेपी कार्यकर्ता के रूप में सबका साथ, सबका विश्वास और एक भारत, श्रेष्ठ भारत के लिए काम करूंगा।
आपको बता दें कि जितिन प्रसाद उन 23 नेताओं में शामिल थे, जिन्होंने पिछले साल कांग्रेस में सक्रिय नेतृत्व और संगठनात्मक चुनाव की मांग को लेकर पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को चिट्ठी लिखी थी।
बता दें कि कुंवर जितिन प्रसाद उत्तर प्रदेश के शाही परिवार से ताल्लुक रखने वाले कांग्रेस के वो युवा चेहरे हैं, जिन्होंने दो बार लोकसभा चुनाव जीत कर मनमोहन सिंह की कैबिनेट में मानव संसाधन विकास मंत्रालय और पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस जैसे महत्वपूर्ण मंत्रालय में राज्यमंत्री का दायित्व संभाला। ऐसे में जितिन प्रसाद के भाजपा में जाने पर कांग्रेस को बड़ा झटका लगना तय माना जा रहा है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस में जब से प्रियंका गांधी की एंट्री हुई है, तब से जितिन प्रसाद की अहमियत पार्टी की नजरों कम होती नजर आने लगी। प्रियंका के आने के बाद यूपी प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार उर्फ लल्लू बनाए गए। कई अहम समितियों में भी जितिन प्रसाद का नाम नदारद रहा। इसके बाद जितिन प्रसाद को पश्चिम बंगाल का चुनाव प्रभारी बना दिया था। जितिन प्रसाद के लिए ये संकेत काफी था। उन्हें उत्तर प्रदेश की राजनीति से दूर करने का प्रयास किया जा रहा था।