मेरठ लोकसभा सांसद अरुण गोविल ने घर-घर रामायण अभियान शुरू किया है, जिसके तहत वे रामायण की 11 लाख प्रतियां बांटने का संकल्प लेकर निकले हैं। रामानंद सागर की रामायण में भगवान राम की भूमिका निभाने वाले अरुण गोविल ने इस अभियान के तहत मेरठ जिला जेल का भी दौरा किया, जहां उन्होंने कई बंदियों को रामायण वितरित की। इसी दौरान उनका सामना सौरभ हत्याकांड में जेल में बंद साहिल और मुस्कान से हुआ, जिन्हें उन्होंने भी रामायण भेंट की। सांसद के अनुसार, रामायण पाकर दोनों भावुक हो गए, लेकिन न तो उन्होंने कोई बात की और न ही सांसद ने कुछ कहा। अरुण गोविल ने जेल के अन्य कैदियों से यह संकल्प लेने को कहा कि वे भविष्य में कोई ऐसा कार्य नहीं करेंगे, जिससे उन्हें दोबारा जेल आना पड़े। इस दौरान उन्होंने करीब 1500 रामायण वितरित कीं।
योगी सरकार की 8 साल की उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाने के लिए भी अरुण गोविल सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने मेरठ के सदर बाजार से इस अभियान की शुरुआत की और व्यापारियों को योगी सरकार के रिपोर्ट कार्ड की पुस्तकें और पत्रक वितरित किए। उन्होंने व्यापारियों से कहा कि योगी सरकार के आने के बाद उत्तर प्रदेश पूरी तरह बदल चुका है। प्रदेश में तेजी से विकास हो रहा है, और अब यहां विकास की गंगा बह रही है। उन्होंने योगी सरकार की सराहना करते हुए उसे 100 में से 100 अंक दिए। इस दौरान व्यापारियों और स्थानीय लोगों ने उनका भव्य स्वागत किया। उनके साथ महानगर अध्यक्ष विवेक रस्तोगी और अन्य बीजेपी नेता भी मौजूद रहे।
आज भारत रत्न श्री चौधरी चरण सिंह जिला कारागार, मेरठ में घर-घर रामायण अभियान के अंतर्गत कैदियों को श्रीरामचरितमानस का वितरण किया। जैसे ही रामायण वितरित की गई, पूरा परिसर जय श्री राम के नारों से गूंज उठा, जिससे एक आध्यात्मिक और भक्तिमय वातावरण बन गया।
— Arun Govil (@arungovil12) March 30, 2025
इसके साथ ही, जेल अधिकारियों… pic.twitter.com/TvZPp29vu9
अखिलेश यादव पर सवाल पूछते ही सांसद ने लगाए ठहाके
योगी सरकार की 8 साल की उपलब्धियों पर अखिलेश यादव द्वारा तंज कसने को लेकर जब मेरठ लोकसभा सांसद अरुण गोविल से सवाल किया गया, तो वह जोर से ठहाके लगाने लगे। इसके बाद उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव समझदार नेता हैं, लेकिन अक्सर नासमझी की बातें करते हैं और यही उनकी खासियत है। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अखिलेश यादव और विपक्ष का एकमात्र काम सरकार का विरोध करना और उसकी उपलब्धियों पर सवाल उठाना है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार के बड़े-बड़े काम जनता खुद देख रही है, लेकिन शायद अखिलेश यादव को यह समझ नहीं आता।
राणा सांगा पर टिप्पणी और औरंगजेब के बखान पर दुखी दिखे सांसद
सपा सांसद द्वारा राणा सांगा पर की गई टिप्पणी को लेकर अरुण गोविल ने नाराजगी और दुख दोनों व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि आजकल भाषा की शालीनता पीछे छूटती जा रही है, जो चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि यह देखना बेहद दुखद है कि हम आखिर जा कहां रहे हैं। वहीं, औरंगजेब के बखान को लेकर उन्होंने कहा कि अब सिर्फ यह देखा जा रहा है कि कैसे हंगामा मचाया जाए, बिना यह सोचे कि इसका प्रभाव क्या होगा। उन्होंने सलाह देते हुए कहा कि भाषा हमेशा मर्यादित होनी चाहिए, और नेताओं को सोच-समझकर बोलना चाहिए।