बिहार के औरंगाबाद जिले के बारुण थाना क्षेत्र में शुक्रवार को हुए हत्या का खुलासा हो गया है। बारुण थाना प्रभारी राम इकबाल यादव ने मामले की जांच करते हुए मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार किया है। मृतक की पहचान दामोदर भुंइया के रूप में हुई है, जो पिछले 12 सालों से घर नहीं आया था। इसी साल वह होली के समय घर आया था, जिसके बाद से ही पत्नी उसकी हत्या की योजना बनाने में जुट गई थी।
सड़क पर मिली लाश:
इस घटना के संबंध में जानकारी देते हुए औरंगाबाद सदर एसडीपीओ-1 संजय कुमार पांडे ने बताया कि शुक्रवार को हुए हत्या का पर्दाफाश कर दिया गया है। यह मामला प्रेम प्रसंग में पति के बाधक बनने पर पत्नी और प्रेमी द्वारा की गई हत्या का है। उन्होंने बताया कि बारुण थानाध्यक्ष रामइकबाल यादव को सूचना मिली कि धुरीया गांव के भुईयां बिगहा से बाहा जाने वाली सड़क पर एक शख्स की लाश पड़ी हुई है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को लेकर आसपास के लोगों से बयान लिया। पंचनामा तैयार कर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए औरंगाबाद सदर अस्पताल भेज दिया गया।
पत्नी और प्रेमी की गिरफ्तारी:
शव की शिनाख्त धुरिया गांव के भुईयां बिगहा टोले के 45 वर्षीय दामोदर भुईयां के रूप में की गई। इस दौरान एफएसएल की टीम ने घटना स्थल से साक्ष्य संकलन किया। मामले को लेकर पुलिस ने मृतक के भाई के बयान पर प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू की। छह घंटे के भीतर ही पुलिस ने मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने बताया पूरा मामला:
"महिला द्वारा अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या के मामले की गंभीरता को देखते हुए औरंगाबाद के पुलिस अधीक्षक अम्बरीश राहुल ने एसडीपीओ-1 के नेतृत्व में एक एसआइटी गठित की थी। एसआईटी ने काम शुरू करते ही घटना के छह घंटे के भीतर ही पूरे मामले का उद्भेदन कर दिया। मामले में पुलिस ने मृतक की 40 वर्षीया पत्नी और उसके 50 वर्षीय प्रेमी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है," - संजय कुमार पांडे, एसडीपीओ, सदर 1, औरंगाबाद।
पत्नी और प्रेमी ने स्वीकार किया अपराध:
गिरफ्तारी के बाद पत्नी और उसके प्रेमी ने पुलिस के सामने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। दोनों ने बताया कि दामोदर भुंइया को रास्ते से हटाने के लिए उन्होंने साजिश रची और टांगी से काट कर उसकी हत्या कर दी थी। घटना में फंसने के डर से शव को सड़क किनारे फेंक दिया था। मामले में पुलिस ने उनके पास से हत्या में इस्तेमाल की गई टांगी भी बरामद कर ली है और आगे की कार्रवाई में जुट गई है।
12 साल से घर नहीं आया था दामोदर:
मृतक दामोदर भुंइया 12 साल पहले काम के लिए हैदराबाद गया था। ग्रामीणों के मुताबिक, वहां उसे एक कंपनी में बंधक बना कर काम कराया जा रहा था और मजदूरी भी नहीं दी जा रही थी। 12 साल बाद वह किसी तरह वहां से छुटकारा पाकर अपने गांव पहुंचा था। दामोदर इसी साल होली के समय अपने गांव आया था, लेकिन उसकी पत्नी और उसका प्रेमी दामोदर के आने से खुश नहीं थे, और दोनों ने उसकी हत्या कर दी।