अजमेर। बिजयनगर में नाबालिग लड़कियों का देह शोषण कर उन्हें ब्लैकमेल करने के मामले में सकल हिन्दू समाज का आक्रोश थम नहीं रहा है। कस्बे और उपखंड के बाद अब संभाग मुख्यालय पर शनिवार को अजमेर बंद की घोषणा की गई है। सकल हिन्दू समाज के साथ अजमेर के 100 से भी ज्यादा व्यापारिक संगठन बंद के समर्थन में हैं।
आरएसएस के पूर्व अजमेर महानगर संघचालक सुनील जैन ने बताया कि नाबालिग छात्राओं के साथ बिजयनगर में देह शोषण किया गया और आरोपियों ने पीड़िताओं के परिवार को जान से मारने की धमकी दी। इस घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों में सभी एक ही समुदाय से हैं, जिससे सकल हिन्दू समाज में आक्रोश है। जैन का आरोप है कि साजिश के तहत पीड़िताओं के साथ वारदात को अंजाम दिया गया है। पिछले 10 दिनों से अजमेर संभाग में कई कस्बों, उपखंड और जिलों में बंद के बाद सकल हिन्दू समाज ने अजमेर संभाग मुख्यालय बंद का निर्णय लिया है।
ब्यावर के बिजयनगर में छात्राओं से यौन शौषण और ब्लैकमेलिंग के विरोध में आज सकल हिंदू समाज के आह्वान पर आज अजमेर बंद है। शहरभर में बंद का व्यापक असर दिख रहा है। शहर में आवश्यक सेवा, परीक्षा केंद्रों को छोड़कर व्यापारिक प्रतिष्ठान, स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी, थड़ियां-गुमटियां बंद है। हालांकि, कुछ जगह दुकानें खोली गई। लेकिन, हाथों में लाठी-डंडे लेकर आए लोगों ने दुकानों को बंद करवा दिया।
सुबह से ही बंद का असर नजर आ रहा है। सड़कों पर परिवहन के साधन नजर नहीं आए। वहीं, बाजार में दुकान ही नहीं फुटकर व्यापार भी दुकान बंद किए हुए हैं। प्राइवेट स्कूलों में परीक्षाएं हो रही हैं। ऐसे में चक्का जाम के कारण अभिभावकों को खुद बच्चों को छोड़ने स्कूल जाना पड़ा। परिवहन के साधन ऑटो, टेंपो, सिटी बस का संचालन भी बंद रहा। वहीं, दरगाह क्षेत्र में भी बंद का असर नजर आया। हिन्दू संगठनों से जुड़े कार्यकर्ता डंडे लेकर क्षेत्र में बंद को सफल बनाते नजर आए। कार्यकर्ताओं ने दरगाह क्षेत्र में खुली कई दुकाने बंद करवाई।
हिंदूवादी संगठनों के लोगों ने अजमेर बंद के दौरान एक जगह ई-रिक्शा चालक को थप्पड़ मार दिया। इसके चलते विवाद की स्थिति पैदा हो गई। हालांकि, पुलिस के आने से पहले ही मौजूद लोगों ने बीच बचाव कर मामला शांत कराया।
जबरन बंद करवाई दुकानें
सुबह करीब 11 बजे निकाली गई आक्रोश रैली से पहले हिंदूवादी संगठनों के लोग हाथों में लाठी-डंडे लेकर निकले और कई जगह जबरन दुकानें बंद कराई। इसके अलावा कई जगह गाड़ियों की हवा तक निकाल दी। जिसके चलते लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा।
मुख्यमंत्री के नाम कलक्टर को सौंपा ज्ञापन
अजमेर बंद के दौरान सुबह 11 बजे सकल हिंदू समाज के लोग गांधी भवन चौराहे पर एकत्रित हुए। इसके बाद आक्रोश रैली निकालते हुए कलेक्ट्रेट तक पहुंचे। जहां पर जिला कलक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
आक्रोश रैली उमड़ा जनसैलाब
अजमेर व्यापारिक महासंघ, दरगाह बाजार एसोसिएशन, राजस्थान प्राइवेट एज्यूकेशन महासंघ, अखिल भारतीय हिंदू क्रांति सेना बिजयनगर, शिवसेना व विप्र सेना ने बंद को समर्थन दिया। ऐसे में आक्रोश रैली विभिन्न संगठनों से जुड़े में हजारों लोग शामिल हुए हैं। वहीं, बंद के दौरान सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम है। हर स्थिति से निपटने के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस के जवान मौजूद है।