अमेरिकी अरबपति और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क ने अमेरिका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। यह बैठक गुरुवार को वॉशिंगटन में हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने इस मुलाकात की कई तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर साझा की, जिनमें एलन मस्क के बच्चे भी नजर आए। बताया जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच टेक्नोलॉजी, स्पेस, मोबिलिटी और इनोवेशन समेत कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई।
बैठक में प्रमुख विषयों पर हुई चर्चा
प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी पोस्ट में लिखा कि बैठक के दौरान स्पेस, मोबिलिटी, टेक्नोलॉजी और इनोवेशन पर विस्तार से बातचीत हुई। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने पुष्टि की कि चर्चा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), एंटरप्रेन्योरशिप और गुड गवर्नेंस भी शामिल रहे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों के बीच भारत में Starlink की सर्विस को लेकर भी चर्चा हुई। स्टारलिंक भारत में अपनी सैटेलाइट इंटरनेट सेवा शुरू करना चाहती है और सरकार की शर्तों को स्वीकार कर चुकी है, लेकिन अभी तक उसे आधिकारिक मंजूरी नहीं मिली है।
स्टारलिंक की भारत में एंट्री पर अड़चनें – क्या है विवाद?
भारत में अभी तक Starlink को स्पेक्ट्रम आवंटन नहीं मिला है। कंपनी चाहती है कि उसे सीधे स्पेक्ट्रम दिया जाए, बजाय इसके कि नीलामी की जाए। दूसरी ओर, रिलायंस जियो इसका विरोध कर रही है और स्पेक्ट्रम नीलामी की मांग कर रही है। भारत सरकार इस मामले में स्टारलिंक के पक्ष में दिख रही है और आवंटन प्रक्रिया को समर्थन दे रही है। फिलहाल, स्टारलिंक का आवेदन सरकार के पास लंबित है और जल्द ही इस पर कोई निर्णय लिए जाने की संभावना है।
स्टारलिंक की सेवा होगी महंगी
स्टारलिंक की सैटेलाइट इंटरनेट सेवा अन्य ब्रॉडबैंड विकल्पों की तुलना में महंगी हो सकती है। शुरुआती इंस्टॉलेशन खर्च 20,000 से 30,000 रुपये तक हो सकता है, जबकि मासिक प्लान 850 रुपये से लेकर कई हजार रुपये तक जा सकते हैं। इस प्रीमियम सेवा को मुख्य रूप से दूरस्थ और ग्रामीण क्षेत्रों में इंटरनेट कनेक्टिविटी प्रदान करने के उद्देश्य से लॉन्च किया जा रहा है।
PM मोदी की तुलसी गबार्ड से मुलाकात – द्विपक्षीय सहयोग और वैश्विक स्थिरता पर चर्चा
अमेरिकी राष्ट्रपति के आधिकारिक अतिथि गृह ब्लेयर हाउस पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सबसे पहले तुलसी गबार्ड से मिले। यह उनकी गबार्ड से दूसरी मुलाकात थी, इससे पहले भी मोदी ने अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान उनसे मुलाकात की थी। पीएम मोदी ने गबार्ड को उनकी नई नियुक्ति पर बधाई दी।
भारत समर्थक रही हैं तुलसी गबार्ड
तुलसी गबार्ड, जो हिंदू धर्म को मानती हैं, पहले भी भारत से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर समर्थन दे चुकी हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय के अनुसार, इस बैठक में आतंकवाद के खिलाफ खुफिया सहयोग, द्विपक्षीय सुरक्षा भागीदारी, और नई वैश्विक चुनौतियों पर विस्तृत चर्चा हुई।
गबार्ड से इन मुद्दों पर हुई बातचीत
द्विपक्षीय हितों से जुड़े अन्य मुद्दों पर भी बात हुई है। दोनों ने एक कानून-सम्मत, सुरक्षित व स्थिर वैश्विक व्यवस्था पर सहमति जताई है। इस मुलाकात से एक दिन पहले ही गबार्ड की खुफिया विभाग के प्रमुख पद पर नियुक्ति को सीनेट की मंजूरी मिली है। गुरुवार की शुरुआत पीएम मोदी ने अमेरिका के एनएसए माइकल वाल्ट्ज के साथ मुलाकात से की। इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर और एनएसए अजीत डोभाल भी मौजूद थे।
अमेरिकी एनएसए वाल्ट्ज से मिले पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) माइकल वाल्ट्ज से मुलाकात की और इसे बेहद सकारात्मक बताया। उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर जानकारी साझा करते हुए लिखा कि वाल्ट्ज भारत के अच्छे मित्र रहे हैं और इस बैठक में प्रौद्योगिकी, रक्षा और सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा हुई। दोनों नेताओं ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), सेमीकंडक्टर और रक्षा क्षेत्र में सहयोग की अपार संभावनाओं पर विचार किया। पीएम मोदी ने इस मुलाकात को भारत-अमेरिका साझेदारी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताते हुए कहा कि इन क्षेत्रों में बढ़ते सहयोग से दोनों देशों को दीर्घकालिक लाभ मिलेगा।