सीकर। प्रदेश सरकार खाटूश्याम जी मेले की सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर पूरी तरह से गंभीर है। इस दौरान मेले में ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों की जिम्मेदारी बढ़ जाती है और यदि कोई ड्यूटी में लापरवाही या व्यवस्था में विघ्न डालता है तो उस पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों ने हाल ही में खाटू आने वाले मार्गों की स्थिति का निरीक्षण किया और पाया कि ट्रैफिक प्लान का सही तरीके से प्रचार-प्रसार नहीं हो सका है। ऐसे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने के लिए बड़े होर्डिंग्स और सोशल मीडिया के माध्यम से सूचना देने का सुझाव दिया गया।
मेले के दौरान पुलिस प्रशासन ने विशेष सावधानी बरतने की बात की है। एसपी भुवन भुषण यादव ने कहा कि मेले में ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों को पूरी सजगता के साथ अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। इस उद्देश्य के लिए, सभी सेक्टरों की निगरानी के लिए अलग से एक टीम बनाई गई है, जो समय-समय पर उच्च अधिकारियों को स्थिति से अवगत कराएगी। एसपी ने यह भी बताया कि रींगस रोड नौ व्हीकल जोन रहेगा और कुछ प्रमुख मार्ग जैसे मंदा, अलोदा, सांवलपुरा, शाहपुरा को वन-वे घोषित किया गया है।
इसके अलावा, एसपी ने निर्देश दिए कि स्थानीय लोग और व्यापारी केवल पहचान पत्र दिखाने के बाद ही अपने घर या दुकान तक जा सकेंगे, लेकिन इस दौरान वाहनों को अनुमति नहीं दी जाएगी। कलक्टर मुकुल शर्मा ने मेले को सफल बनाने के लिए सभी से सहयोग की अपील की है। इसके बाद, आईजी ने पुलिस थाना परिसर में मेला कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया और वहां लगाए गए सभी सीसीटीवी कैमरों की स्थिति देख दिशा-निर्देश दिए, ताकि मेले के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके और सुरक्षा व्यवस्था में कोई चूक न हो।
सीकर में बाबा श्याम के निशान की महिमा और इसके प्रति भक्तों में प्रगाढ़ आस्था विशेष रूप से देखने को मिलती है। पहले जहां भक्त कपड़े के निशान चढ़ाते थे, वहीं अब चांदी के निशान चढ़ाने का चलन तेजी से बढ़ रहा है। मेले में ऐसे कई भक्तों के समूह देखे जा सकते हैं, जो हाथों में चांदी का निशान लिए बाबा के दरबार में पहुंच रहे हैं। निशान यात्रा अब एक महत्वपूर्ण आस्थावादी प्रतीक बन चुकी है। भक्त अपनी मनौतियां पूरी होने पर या फिर किसी विशेष इच्छा के लिए यह यात्रा करते हैं, और इस दौरान निशान विशेष आकर्षण का केंद्र होता है।