मॉनसून में परेशान करती हैं दस्त की समस्या, इन उपायों से दूर होगा लूज मोशन
By: Ankur Sat, 05 Aug 2023 08:56:07
मॉनसून का मौसम जारी हैं जहां बरसात के दिनों में पेट से जुड़ी कई परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं। इन्हीं परेशानियों में से एक हैं दस्त अर्थात लूज मोशन की समस्या। कई बार गलत खानपान की वजह से तो कई बार सफाई से नहीं रहने की वजह ये पेट से जुड़ी समस्याएं हो जाती हैं। बरसात के वातावरण में नमी काफी होती है जिससे बैक्टीरिया के पनपने की आशंका बहुत बढ़ जाती है और लूज मोशन से परेशान होना पड़ता हैं। लूज मोशन दो प्रकार के होते हैं। पहला एक्यूट डायरिया, जो 1-2 दिन तक रहता है। वहीं, दूसरा क्रोनिक डायरिया है, जो दो से ज्यादा दिनों तक बना रहता है। ऐसे में इस समस्या से बचने के लिए आज हम आपको कुछ घरेलू उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी मदद से आपको आराम मिलेगा। आइये जानते है इन उपायों के बारे में...
नमक और चीनी का घोल
लूज मोशन होने पर शरीर में पानी की कमी को पूरा करने के लिए नमक चीनी का घोल काफी कारगर साबित होता है। इसके लिए आप पानी को उबाल लें, जिससे किसी भी तरह के दूसरे इंफेक्शन का खतरा न रहे, हल्का ठंडा होने पर उसमें चीनी और नमक की बराबर मात्रा मिलाएं और पी लें।
केला
अगर आप बार-बार हो रहे मोशन से परेशान हो चुके हैं तो केले का इस्तेमाल आपको राहत देगा। इसमें मौजूद पेक्टिन पेट को बांधने का काम करता है। इसमें मौजूद पोटैशियम की उच्च मात्रा भी शरीर के लिए फायदेमंद होती है।
धनिया
ज्यादा दस्त होने की वजह से रोगी (मरीज) को ज्यादा प्यास लगने लगती है। ऐसी स्थिति में 1 लीटर पानी में 1 चम्मच सूखा धनिया उबालें। जब आधा पानी रह जाए तो पानी को छानकर ठण्डा कर लें। इसे थोड़ी-थोड़ी मात्रा में रोगी को पिलाना चाहिए।
जीरा पानी
1 लीटर पानी में एक चम्मच जीरे को ऊबाल लें और फिर ठंडा करके रख लें। आपको पानी तब तक उबालना है, जब तक यह उबलकर आधा न रह जाए। उसके बाद थोड़ी-थोड़ी मात्रा में उसका सेवन करें। यह दस्त रोकने का काफी अच्छा उपाय है।
दही
लूज मोशन की समस्या में आप दही का सेवन कर सकते हैं।इसमें प्रोबायोटिक्स होता है जो आंतों में गुड बैक्टीरिया को बढ़ाता है और शरीर से टॉक्सिंस को बाहर निकालने में मदद करता है।इससे पेट को ठंडक भी मिलती है।अगर आपको लूज मोशन की समस्या हो रही है तो आप दही का सेवन करें इससे पाचन तंत्र दुरुस्त रहेगा।
नारियल पानी
पेट संबंधी परेशानी में नारियल पानी भी बहुत लाभदायक होता है। क्योंकि इसमें पोटेशियम और सोडियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स होते हैं, जो बॉडी में इलेक्ट्रोलाइट को बैलेंस करते हैं। कोकोनट वाटर डिहाइड्रेशन की समस्या से भी निजात दिलाता है।
कचनार
कचनार फूलों की दो-तीन कली लेकर महीन पीस लें। इसे चीनी के शर्बत में मिलाकर, रोज सुबह-शाम 2 से 3 बार खाने के पहले, या बाद लें। इससे बार-बार दस्त आने की शिकायत भी खत्म हो जाती है।
नींबू का रस
नींबू का रस आंतों की सफाई करने में काफी मददगार है। यह आपके दस्त को रोकने में काफी मदद कर सकता है। इसके लिए आपको एक कप पानी में नींबू का रस मिला देना है और रोज दिन में तीन बार यानी सुबह, दोपहर, शाम इसका सेवन करना है। कई लोगों को दस्त के साथ पेचिश या खूनी पेचिश की समस्या भी हो जाती है, यह उसमें काफी मददगार साबित हो सकता है।
सौंफ
1 छोटा चम्मच कच्ची सौंफ (बिना भूनी हुई सौंफ), 1 छोटा चम्मच पकी सौफ (भूनी हुई सौंफ) लें। दोनों को मिला लें। आधा-आधा छोटा चम्मच सुबह-शाम रोगी (मरीज) को दें। इस उपाय से दस्त में बहुत लाभ मिलता है।