बॉलीवुड म्यूजिक इंडस्ट्री के सबसे विवादास्पद लेकिन दमदार कलाकारों में से एक हनी सिंह उर्फ यो यो हनी सिंह की जिंदगी एक रोलरकोस्टर की तरह रही है। नशे की लत, अपनों की बेरुखी और इंडस्ट्री से दूरी ने उन्हें लगभग मिटा ही दिया था, लेकिन उन्होंने न केवल वापसी की बल्कि फिर से उस मुकाम तक पहुंच गए जहां से कभी उन्होंने उड़ान भरी थी। उनकी ज़िंदगी के उतार-चढ़ाव को दर्शाती डॉक्यूमेंट्री 'YOYO HONEY SINGH: FAMOUS' को अब अंतरराष्ट्रीय अवॉर्ड मिला है।
शुरुआती संघर्ष और चमकता करियर
हनी सिंह का म्यूजिक करियर साल 2000 के दशक में दिल्ली की गलियों से शुरू हुआ। कॉलेज की पढ़ाई के साथ-साथ उन्होंने संगीत में रुचि लेना शुरू किया और धीरे-धीरे लोकल स्तर पर पहचान बनानी शुरू की। लेकिन असली सफलता उन्हें 2012 में मिली, जब फिल्म ‘कॉकटेल’ में उनका गाना हिट हुआ। इसके बाद तो उनका हर गाना चार्टबस्टर बन गया।
अक्षय कुमार, शाहरुख खान और अमिताभ बच्चन जैसे बड़े सितारों की फिल्मों में उन्होंने एक से बढ़कर एक गाने दिए। ‘लुंगी डांस’, ‘अंग्रेजी बीट’, ‘चार बॉटल वोडका’ जैसे गाने पार्टी एंथम बन गए और हनी सिंह खुद एक पॉप कल्चर आइकन बन गए।
शराब और शोहरत का नशा बना विनाश का कारण
लेकिन जो ऊंचाई उन्हें मिली, वही उनकी सबसे बड़ी दुश्मन बन गई। शोहरत के नशे और अत्यधिक शराब की लत ने हनी सिंह को अंधेरे में धकेल दिया। उन्हें बायपोलर डिसऑर्डर और एल्कोहॉल एब्यूज़ से जूझना पड़ा। धीरे-धीरे वह इंडस्ट्री से गायब हो गए।
उनकी हालत इतनी बिगड़ गई कि करीबी लोग और इंडस्ट्री के सहयोगी भी उनका नाम भुलाने लगे। हनी सिंह ने खुद स्वीकार किया कि जिन लोगों को उन्होंने कभी आगे बढ़ने का मौका दिया, वही उनके बुरे वक्त में उन्हें पीछे धकेलने में जुटे थे।
हौंसले ने फिर से लौटाया मुकाम
कई सालों की चुप्पी और संघर्ष के बाद हनी सिंह ने वापसी की। उनका गाना ‘मखना’ फिर से हिट हुआ और उन्होंने नए अवतार में म्यूजिक की दुनिया में कदम रखा। धीरे-धीरे उन्होंने फिर से दर्शकों का विश्वास और प्यार जीता।
अभी हाल ही में अक्षय कुमार की फिल्म हाउसफुल-5 में गाया उनका गाना ‘लाल परी’ बेहद पसंद किया गया। एक समय जो नाम गुमनामी में खो चुका था, वह फिर से म्यूजिक इंडस्ट्री के ट्रेंड में लौट आया।
डॉक्यूमेंट्री बनी कहानी का आईना
‘YOYO HONEY SINGH: FAMOUS’ डॉक्यूमेंट्री उनकी इस संघर्षभरी यात्रा को पर्दे पर लाती है। इसमें दिखाया गया है कि कैसे हनी सिंह ने नशे, मानसिक बीमारी और सामाजिक बहिष्कार से निकलकर फिर से खुद को साबित किया।
डायरेक्टर मोजेज सिंह की इस डॉक्यूमेंट्री को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अवॉर्ड से नवाजा गया है, जो इस बात का प्रमाण है कि हनी सिंह की कहानी सिर्फ एक गायक की नहीं, बल्कि इंसानी जिद और जज्बे की कहानी है।
हनी सिंह की कहानी उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो संघर्ष और असफलता के बीच खुद को खोने लगते हैं। उन्होंने साबित कर दिया कि अगर इरादा मजबूत हो तो नशे, मानसिक बीमारी और अपनों की बेरुखी जैसे मुश्किल हालात से भी बाहर निकला जा सकता है। आज हनी सिंह फिर से वही नाम और पहचान बन गए हैं, जिसे कभी खुद उन्होंने बनाया था। अब उनकी वापसी सिर्फ संगीत में नहीं, बल्कि उम्मीदों में भी है।