सुशांत केस में रिया ने तोड़ी चुप्पी, सिसकते हुए कहा - न्याय व्यवस्था पर भरोसा, सत्यमेव जयते, देखे वीडियो
By: Pinki Fri, 31 July 2020 7:59:50
सुशांत सिंह के पिता केके सिंह के गंभीर आरोपों के बाद पहली बार रिया चक्रवर्ती सामने आईं। अपने बयान में रिया चक्रवर्ती ने न्याय पर विश्वास जताया है। यूज एजेंसी एएनआई द्वारा रिया चक्रवर्ती का एक वीडियो सामने आया है।
वीडियो में सिसकते हुए रिया ने कहा कि उन्हें भगवान और न्यायपालिका पर अटूट विश्वास है। उन्हें भरोसा है कि उन्हें इंसाफ मिलेगा। इसके बाद रिया ने कहा- सत्यमेव जयते, सच की जीत होगी। रिया के इस वीडियो पर सोशल मीडिया यूजर्स रिएक्ट कर रहे हैं और कुछ उनका समर्थन कर रहे हैं तो वहीं कुछ इसे ढोंग बता रहे हैं।
एफआईआर होने बाद सुप्रीम कोर्ट पहुंची थीं रिया
सुशांत की गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती के खिलाफ सुशांत के पिता ने पटना में खुदकुशी के लिए उकसाने का केस दर्ज करवाया है। रिया ने वकील सतीश मानशिंदे के जरिए सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका लगाई। इसमें उन्होंने पटना में दर्ज मामले को मुंबई ट्रांसफर करने की मांग की है। रिपोर्ट्स की मानें तो रिया को गिरफ्तारी का डर सता रहा है। बुधवार को पटना पुलिस रिया से पूछताछ के लिए उनके घर पहुंची। लेकिन, यहां रिया और उनका परिवार नहीं मिला।
#WATCH: Rhea Chakraborty releases video on #SushantSinghRajputDeathCase.
— ANI (@ANI) July 31, 2020
She says, "I've immense faith in God & the judiciary. I believe that I'll get justice...Satyameva Jayate. The truth shall prevail." pic.twitter.com/Fq1pNM5uaP
सुशांत के पिता ने कहा 'जब रिया को पता था कि मेरे बेटे की मानसिक हालत नाजुक चल रही है तो इस स्थिति में उसका ठीक तरीके से इलाज ना करवाना और उसके इलाज के सारे कागजात अपने साथ ले जाना और मेरे बेटे को उस नाजुक हालात मे अकेला छोड़ देना, और उससे हर तरह के संपर्क तोड़ लेना जिसके कारण मेरे बेटे ने आत्महत्या कर ली तो उसकी मौत की जिम्मेदार रिया एवं इसके परिजन और सहयोगी ही हैं, इसकी जांच की जाए।'
सुशांत के पिता मामले की जांच बिहार पुलिस से करवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं। उन्होंने एक कैविएट दाखिल की है। वहीं गुरुवार देर शाम बिहार सरकार ने भी शीर्ष कोर्ट में कैविएट दाखिल कर दी। दरअसल कैविएट उस स्थिति में दाखिल की जाती है, जब किसी को यह आशंका हो कि कोर्ट में उसके खिलाफ अचानक कोई आदेश लाया जा सकता है। कैविएट लगाने पर सुनवाई से पहले उस व्यक्ति को भी सूचना देनी होती है, जिसने कैविएट दाखिल की हो?