
अमेरिका में फिर से फायरिंग की घटना सामने आई है। कॉनकॉर्ड में आयोजित सालाना क्रिसमस समारोह के दौरान अचानक गोलियों की आवाज सुनाई दी, जिसमें चार लोग घायल हुए। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, यह घटना शहर के 28वें वार्षिक क्रिसमस ट्री लाइटिंग समारोह के दौरान हुई, जिससे वहां अफरा-तफरी मच गई और लोग तुरंत सुरक्षित स्थानों की ओर भाग खड़े हुए।
भीड़ में भगदड़ और सोशल मीडिया फुटेज
सोशल मीडिया पर साझा किए गए वीडियो में गोलियों की आवाज और भीड़ को इवेंट स्थल से भागते हुए देखा जा सकता है। घटना स्थल पर तुरंत कॉनकॉर्ड पुलिस ने कार्रवाई करते हुए चर्च स्ट्रीट और कैबरस एवेन्यू के आसपास क्षेत्र को क्राइम सीन टेप से घेर लिया। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि फायरिंग किसने की, लेकिन सुरक्षा एजेंसियां मामले की गहन जांच में जुटी हैं।
पुलिस ने दी प्रतिक्रिया
कॉनकॉर्ड पुलिस ने बताया कि शुक्रवार शाम को आयोजित ट्री लाइटिंग समारोह के दौरान हुई फायरिंग में चार लोग घायल हुए। पुलिस मेजर पैट्रिक टियरनी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि यह गोलीबारी शाम लगभग 7:30 बजे यूनियन स्ट्रीट और कॉर्बिन एवेन्यू के पास हुई, जो इवेंट के सेंटर से कुछ ही कदम की दूरी पर है।
Several people have been shot at an annual Christmas Tree lighting ceremony in Concord, North Carolina pic.twitter.com/QQRoxx8rN6
— HOT SPOT (@HotSpotHotSpot) November 22, 2025
बाकी इवेंट्स रद्द
घटना की पुष्टि के बाद शहर प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से बाकी होने वाले आयोजनों को रद्द कर दिया है। हालांकि घायल लोगों की स्थिति, संदिग्धों की पहचान या फायरिंग के पीछे मकसद के बारे में अभी कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है। अधिकारियों ने जनता से अपील की है कि यदि किसी के पास घटना के बारे में कोई जानकारी है तो कॉनकॉर्ड पुलिस विभाग से (704) 920-5027 पर संपर्क करें। शहर की क्रिसमस परेड, जो 22 नवंबर को निर्धारित थी, फिलहाल रद्द नहीं की गई है।
नवंबर में दूसरी फायरिंग की घटना
यह सालाना ट्री लाइटिंग फायरिंग नवंबर महीने में अमेरिका में हुई दूसरी बड़ी घटना है। 15 नवंबर को नेवाडा के हेंडरसन में रोड रेज के दौरान हुई फायरिंग में 11 साल के बच्चे की मौत हो गई। जैकब एडम्स स्कूल जा रहा था जब दो ड्राइवरों के बीच बहस हुई और एक ने गोलियां चला दीं।
अमेरिका में 2025 में अब तक 350 से अधिक मास शूटिंग की घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें 316 लोग मारे जा चुके हैं। यह आंकड़ा देश में बढ़ती हिंसा और सार्वजनिक सुरक्षा पर चिंता को और बढ़ा रहा है।














