अमेरिका में ट्रंप प्रशासन ने बर्ड फ्लू वैक्सीन के अंतिम चरण के विकास के लिए मॉडर्ना को दिए गए अनुबंध को रद्द कर दिया है। इसके साथ ही कंपनी को वैक्सीन की डोज़ खरीदने का जो अधिकार दिया गया था, उसे भी खत्म कर दिया गया है।
इससे पहले जनवरी में बाइडन प्रशासन ने मॉडर्ना को महामारी इन्फ्लूएंजा और बर्ड फ्लू वैक्सीन के विकास के लिए 590 मिलियन डॉलर की राशि प्रदान की थी। यह राशि पांच अतिरिक्त अध्ययनों के विस्तार में मदद करने के लिए भी थी, ताकि वैक्सीन विकास की प्रक्रिया को तेजी से पूरा किया जा सके।
पिछली फंडिंग की जानकारी भी अहम
इससे पहले, पिछले साल भी mRNA-आधारित वैक्सीन के अंतिम चरण के परीक्षण और निर्माण को पूरा करने के लिए 176 मिलियन डॉलर की अतिरिक्त सहायता दी गई थी। यह फंड यूएस डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विसेज द्वारा H5N1 एवियन इन्फ्लूएंजा के खिलाफ दिया गया था।
मॉडर्ना की प्रतिक्रिया क्या रही?
मॉडर्ना ने अपने बयान में कहा है कि वह अब वैक्सीन के अंतिम चरण के विकास और निर्माण के लिए वैकल्पिक रास्तों की तलाश कर रही है। कंपनी ने यह भी बताया कि उसे H5 एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस को लक्षित करने वाली बर्ड फ्लू वैक्सीन के सुरक्षा परीक्षणों से सकारात्मक अंतरिम डेटा प्राप्त हुआ है, जो उत्साहजनक है।
अमेरिका में कब सामने आया था पहला मामला?
अप्रैल 2024 में अमेरिका में पहली बार H5N1 बर्ड फ्लू का प्रकोप दर्ज किया गया था। तब से अब तक इस वायरस से लगभग 70 से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से अधिकतर संक्रमित लोग श्रमिक वर्ग के हैं, जो पक्षियों, पोल्ट्री या पशुओं के सीधे संपर्क में रहते हैं।
फिलहाल, इंसान से इंसान में इस वायरस के संक्रमण के कोई प्रमाण नहीं मिले हैं, इसलिए आम जनमानस के लिए खतरा कम बताया जा रहा है। हालांकि, पशुपालन और पोल्ट्री उद्योग से जुड़े लोगों के लिए यह वायरस गंभीर चिंता का विषय बना हुआ है।