पहलगाम में हुए आतंकी हमले के मास्टरमाइंड और लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के कमांडर सैफुल्लाह कसूरी ने एक बार फिर से भारत विरोधी जहर उगला है। पाकिस्तान में आयोजित एक रैली में वह नेताओं और अन्य आतंकियों के साथ मंच पर नजर आया। इस रैली का आयोजन पाकिस्तान मरकजी मुस्लिम लीग (PMML) द्वारा किया गया था, जो पाकिस्तान के परमाणु परीक्षणों की वर्षगांठ के उपलक्ष्य में रखी गई थी। इस दौरान कसूरी ने भड़काऊ भाषण दिए और भारत के खिलाफ अपमानजनक बातें कहीं। इस मंच पर हाफिज सईद के बेटे तलहा सईद की भी मौजूदगी थी, जिसे भारत ने आतंकी घोषित कर रखा है। कसूरी ने सार्वजनिक रूप से स्वीकार किया कि उस पर पहलगाम आतंकी हमले का आरोप है और अब उसका नाम पूरी दुनिया में जाना जाता है।
कसूरी बोला- “अब मेरा नाम पूरी दुनिया में मशहूर है”
सैफुल्लाह कसूरी वही आतंकी है जिसे जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बैसरन घाटी में हुए हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है। इस हमले में कुल 26 लोग मारे गए थे, जिनमें 25 हिंदू पर्यटक शामिल थे। हमले के दौरान आतंकियों ने यात्रियों से उनका धर्म पूछकर उन्हें निशाना बनाया। यह हमला ‘द रेसिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) नामक संगठन ने अंजाम दिया था, जो दरअसल LeT का ही एक नया चेहरा है। कसूरी को खालिद के नाम से भी जाना जाता है। उसने रैली में गर्व से कहा, "मुझे पहलगाम हमले का मास्टरमाइंड कहा जाता है और इसी वजह से अब मेरा नाम पूरी दुनिया में मशहूर हो चुका है।" इतना ही नहीं, उसने ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए आतंकवादी मुदस्सिर अहमद के नाम पर एक अस्पताल, सेंटर और सड़क बनाने की घोषणा भी की। भारतीय खुफिया एजेंसियों के मुताबिक, मुदस्सिर उन्हीं आतंकियों में से एक था जिन्हें भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर में ढेर कर दिया था।
तलहा सईद ने भी रैली में दिया जहर भरा भाषण
इस रैली में लश्कर सरगना हाफिज सईद के बेटे तलहा सईद ने भी हिस्सा लिया। वह भारत की मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में 32वें नंबर पर है। तलहा ने भाषण की शुरुआत ‘नारा-ए-तकबीर’ से की और जिहादी नारे लगाए। 2024 में उसने लाहौर की एनए-122 सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गया। वह PMML से जुड़ा हुआ है, जिसे लश्कर-ए-तैयबा का राजनीतिक चेहरा माना जाता है। हाल के समय में इस संगठन ने भारत विरोधी बयानबाजी तेज कर दी है और लाहौर, कराची, इस्लामाबाद तथा फैसलाबाद जैसे बड़े शहरों में विरोध प्रदर्शन किए हैं। यह संगठन हाफिज सईद की रिहाई की मांग कर रहा है और भारत के खिलाफ सिंधु जल संधि रोकने की धमकी भी दे चुका है।
LeT का नया चेहरा बना PMML, पाकिस्तान में आतंक को मिल रहा राजनीतिक सहारा
LeT को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिबंधित आतंकी संगठन घोषित किया जा चुका है। इसके बावजूद वह पाकिस्तान में नाम और रूप बदलकर अपनी गतिविधियाँ जारी रखता है। इसमें PMML जैसे संगठनों की भूमिका अहम होती जा रही है। PMML न केवल राजनीतिक मंच पर आतंकियों को समर्थन देता है बल्कि चुनावों में भी उन्हें टिकट देता है। हाफिज सईद, जो कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित वैश्विक आतंकी है और 2008 के मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड माना जाता है, उसका बेटा अब राजनीतिक मंच से भारत के खिलाफ साजिशें रच रहा है।