अहमदाबाद में हाल ही में हुए भीषण हादसे ने एक बार फिर बोइंग कंपनी के विमानों की सुरक्षा, गुणवत्ता और विश्वसनीयता को लेकर गंभीर और चिंताजनक सवाल खड़े कर दिए हैं। लंदन जा रही एअर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो एक बोइंग 787 ड्रीमलाइनर थी, टेकऑफ के कुछ ही सेकंड बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस विमान में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी समेत कुल 242 यात्री और क्रू-मेंबर्स सवार थे।
बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर को बेहद उन्नत तकनीक, फ्यूल एफिशिएंसी, लंबी दूरी की नॉन-स्टॉप उड़ान क्षमता और आरामदायक इंटीरियर वाले विमान के रूप में प्रचारित किया गया था। लेकिन इन दावों के बावजूद, इसके ट्रैक रिकॉर्ड ने समय-समय पर चिंता बढ़ाई है। इसी साल की शुरुआत में "N819AN" रजिस्ट्रेशन वाला एक ड्रीमलाइनर बार-बार तकनीकी खामियों के कारण ग्राउंड किया गया। महज 25 दिनों में उसमें हाइड्रोलिक लीक, फ्लैप फेलियर और सेंसिंग सिस्टम एरर जैसी गंभीर समस्याएं सामने आईं, जिससे कई अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स को रद्द करना पड़ा।
बोइंग विमानों का विवादित इतिहास और लगातार बढ़ते हादसे
बोइंग विमानों का विवादों और हादसों से जुड़ा लंबा और दुखद इतिहास रहा है। वर्ष 2024 की शुरुआत में दक्षिण कोरिया में बोइंग 737-800 विमान क्रैश हो गया, जिसमें करीब 180 लोगों की जान गई। यह हादसा उस समय हुआ जब विमान में तकनीकी दिक्कतों के बावजूद टेकऑफ की अनुमति दी गई थी। इसी प्रकार 2018 में लायन एयर फ्लाइट 610 और 2019 में इथियोपियन एयरलाइंस फ्लाइट 302 के दो भयानक हादसों ने पूरी दुनिया को झकझोर कर रख दिया था। इन दोनों हादसों में कुल 346 लोगों की जान चली गई, जिससे 737 Max मॉडल पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बैन लग गया और कंपनी को करीब 30 अरब डॉलर का घाटा उठाना पड़ा।
इतना ही नहीं, 2023 में उड़ान के दौरान 737 मैक्स के एक विमान के दरवाजे का प्लग हवा में उड़ गया था, जो विमान निर्माण की गंभीर खामियों की ओर इशारा करता है।
हजारों घटनाएं और हजारों जानें: आंकड़े जो डराते हैं
विभिन्न सरकारी और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के आंकड़ों के अनुसार, अब तक बोइंग के विमान विश्वभर में 6,000 से अधिक दुर्घटनाओं और खतरनाक घटनाओं में शामिल रहे हैं। इनमें से 415 घटनाएं बेहद घातक थीं, जिनमें 9,000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है। आज भी दुनिया भर के एयरस्पेस में करीब 4,000 से ज्यादा Boeing 737-800 विमान सक्रिय रूप से उड़ रहे हैं, जो एशिया, यूरोप और अमेरिका के कई हिस्सों में सबसे ज्यादा इस्तेमाल हो रहे हैं।
बोइंग के व्हिसलब्लोअर की चेतावनी और अनसुनी गई आवाज़ें
बोइंग के एक पूर्व इंजीनियर और व्हिसलब्लोअर सैम सालेहपौर ने न्यूयॉर्क टाइम्स और सीएनएन को दिए इंटरव्यू में चौंकाने वाले खुलासे किए थे। उन्होंने आरोप लगाया कि बोइंग ने अपने 777 और 787 मॉडल्स के निर्माण में सुरक्षा प्रोटोकॉल की अनदेखी कर कई शॉर्टकट अपनाए। उन्होंने यह भी चेतावनी दी थी कि "जैसे-जैसे ये विमान पुराने होते जाएंगे, हादसे की संभावना और बढ़ती जाएगी।" उनके इन दावों को उस समय गंभीरता से नहीं लिया गया, जो आज के हालात को देखकर और भी चिंताजनक प्रतीत होता है।