राजस्थान से एक हैरान कर देने वाला और चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक सरकारी शिक्षक ने सरकारी आवास पर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को बंद लिफाफे में 5000 रुपये की कथित रिश्वत देने की कोशिश की। शिक्षक ने शिक्षा मंत्री को एक मिठाई के डिब्बे के साथ बंद लिफाफा सौंपा था, जिसमें कथित रूप से नगद घूस रखी गई थी। जैसे ही मंत्री को इस बात की भनक लगी, उनके हाथ-पांव फूल गए और उन्होंने तत्काल गंभीरता से कदम उठाते हुए पुलिस को बुलाया और उस शिक्षक को मौके पर ही गिरफ्तार करवाया।
शिक्षक का नाम चंद्रकांत वैष्णव बताया जा रहा है, जो वर्तमान में बांसवाड़ा जिले के घाटोल क्षेत्र में पदस्थापित था। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने विभागीय अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए उस शिक्षक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। यह पूरी घटना राजधानी जयपुर स्थित सिविल लाइंस आवास पर सुबह करीब 8 बजे की बताई जा रही है, जहां मंत्री आम लोगों की समस्याएं सुन रहे थे।
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने क्या कहा?
इस पूरे घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए शिक्षा मंत्री ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हो सकता है पहले की कोई परंपरा रही हो, लेकिन इस तरह की हिम्मत करना निंदनीय है। मंत्री ने कहा, "मेरे जीवन का यह पहला मौका है, जब किसी ने मुझे रिश्वत देने की कोशिश की है। मैं पिछले 36 वर्षों से सार्वजनिक जीवन में हूं और तीसरी बार मंत्री बना हूं, लेकिन इस प्रकार की घटना मेरे साथ पहले कभी नहीं घटी।"
मंत्री ने आगे कहा कि राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार है, जो भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि शायद उस शिक्षक ने सोचा होगा कि हर कोई एक जैसा होता है, लेकिन हमारी नीयत और कार्यशैली साफ है।