राजस्थान के सीकर जिले के प्रसिद्ध खाटू श्यामजी मंदिर में निर्जला एकादशी के दिन लापता हुए 3 साल के मासूम रक्षम जाटव को पुलिस ने उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के शेरगढ़ थाना क्षेत्र के स्यारहा गांव से सकुशल बरामद कर लिया है। खाटूश्यामजी पुलिस ने बुधवार सुबह रक्षम को उसके माता-पिता को सौंप दिया, जिससे परिवार में खुशी की लहर दौड़ गई। पुलिस अधीक्षक भुवन भूषण यादव ने बताया कि 7 जून को मध्य प्रदेश के भोपाल निवासी ललित जाटव पत्नी अजय जाटव ने अपने बेटे रक्षम के अपहरण की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई थी। इस घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने सीकर, जयपुर, वृंदावन सहित यूपी के विभिन्न जिलों में 700 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले। जांच में पता चला कि बच्चा वृंदावन के आसपास के क्षेत्रों में ले जाया गया है।
आरोपी ने बच्चे को सरपंच को सौंपकर खुद हुआ फरार
सूचना के आधार पर खाटू पुलिस टीम ने मथुरा के स्यारहा गांव में दबिश दी और मासूम रक्षम को वहां से दस्तयाब किया। पुलिस के अनुसार, पहचान उजागर होने के बाद आरोपी ने बच्चे को गांव के सरपंच को सौंप दिया और खुद फरार हो गया। आरोपी की तलाश अभी भी जारी है और पुलिस जल्द गिरफ्तारी की बात कह रही है।
मां और नानी ने खुद सौंपा था बच्चा अनजान को
अपहरण की शुरुआत निर्जला एकादशी के दिन हुई थी, जब रक्षम अपनी मां और नानी के साथ खाटू धाम दर्शन के लिए आया था। गर्मी और भीड़ को देखते हुए उन्होंने एक अनजान व्यक्ति को भरोसे में लेकर बच्चे को कुछ देर के लिए सौंप दिया। लेकिन जब वे लौटे तो बच्चा और वह व्यक्ति दोनों गायब थे। परिजनों की शिकायत पर तुरंत मामला दर्ज किया गया और जांच शुरू हुई।
10 लाख श्रद्धालुओं की भीड़ में हुआ हादसा
7 जून को देशभर में निर्जला एकादशी का पर्व धूमधाम से मनाया गया था। इसी दिन से बाबा श्याम के मासिक मेले की भी शुरुआत हुई थी। लगभग 10 लाख श्रद्धालु खाटू श्यामजी पहुंचे थे, जिनमें से 70% लोग ट्रेनों से रींगस पहुंचकर खाटू धाम गए। भीड़ की वजह से VIP दर्शन बंद थे और आम भक्तों को 16 लाइनों में खड़ा रहना पड़ा था।
परिजनों ने जताया पुलिस का आभार
मासूम रक्षम के मिलते ही उसके माता-पिता और परिजनों ने सीकर पुलिस का दिल से आभार जताया और उनकी मेहनत की सराहना की। रक्षम की सुरक्षित वापसी से लोगों में पुलिस की सक्रियता और कार्यप्रणाली पर विश्वास और मजबूत हुआ है।