राजस्थान के जोधपुर से एक बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक महिला मथुरादास माथुर अस्पताल के न्यूरो वार्ड में भर्ती थी और एमआरआई कराने पहुंची थी। इस दौरान जब वह एमआरआई सेंटर के चेंजिंग रूम में कपड़े बदल रही थी, तो उसे शक हुआ कि वहां कुछ गड़बड़ है। बारीकी से जांच करने पर महिला को पता चला कि चेंजिंग रूम में एक हिडन कैमरा लगाया गया है। यह जानकर महिला हैरान रह गई और उसने तत्काल अस्पताल प्रबंधन और पुलिस को इसकी जानकारी दी। इस घटना के बाद पूरे अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया।
महिला की शिकायत पर तुरंत जांच शुरू की गई, जिसमें सामने आया कि अस्पताल में कार्यरत सिक्योरिटी गार्ड रहीमुद्दीन अब्बासी ने अपने मोबाइल फोन को चुपके से चेंजिंग रूम में छिपाकर रखा था, जिससे वीडियो रिकॉर्डिंग की जा रही थी। यह खुलासा होते ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
आरोपी गार्ड गिरफ्तार, पुलिस कर रही पूछताछ
शिकायत मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और रहीमुद्दीन अब्बासी को शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। महिला के परिजनों ने शास्त्री नगर थाने में इस संबंध में रिपोर्ट दर्ज करवाई है। पुलिस अब यह भी पता लगाने में जुटी है कि आरोपी कब से इस तरह की गतिविधियों में संलिप्त था और इससे पहले कितनी बार उसने ऐसा किया। साथ ही पुलिस यह भी जानने की कोशिश कर रही है कि उसने ये वीडियो किस उद्देश्य से बनाए और कहीं वह इन्हें किसी को भेज तो नहीं रहा था।
दो साल से अस्पताल में कर रहा था काम
मिली जानकारी के अनुसार आरोपी रहीमुद्दीन अब्बासी पिछले दो सालों से अस्पताल में सिक्योरिटी गार्ड के तौर पर कार्यरत था। अब यह सवाल खड़े हो रहे हैं कि क्या वह इतने लंबे समय से चुपचाप इस तरह की हरकत कर रहा था और क्या अन्य महिलाओं को भी इसका शिकार बनाया गया है। यह घटना महिलाओं की सुरक्षा और अस्पताल प्रबंधन की सतर्कता पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
पुलिस अब रहीमुद्दीन के मोबाइल और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की जांच कर रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि उसने किन-किन महिलाओं की रिकॉर्डिंग की और उसका क्या किया गया। महिला ने आरोपी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की है। वहीं, अस्पताल प्रशासन ने भी मामले की गंभीरता को देखते हुए आंतरिक जांच शुरू कर दी है।